पटना: राजधानी को स्मार्ट बनाने के लिए पटना नगर निगम में विभिन्न जगहों पर मॉडयूलर टॉयलेट का निर्माण करवाया गया. मेयर सीता साहू ने शौचालय का उद्घाटन भी कर दिया लेकिन अधिकांश जगहों के शौचालयों पर ताले लगे हुये हैं.
शहरवासियों के लिए पटना नगर निगम ने एक नई पहल की जिसमें आम जनों के लिए निशुल्क शौचालय की व्यवस्था की गई, ताकि शहर साफ-सुथरा रहे. निगम ने शौचालय निर्माण कंपनी को ही इसकी साफ-सफाई का जिम्मा भी दिया, जिससे सुबह-शाम शौचालयों की सफाई हो सके और वातावरण स्वच्छ रहे. लेकिन ये महज एक दिखावा साबित हुआ.
स्वच्छ भारत अभियान: पटना के नवनिर्मित शौचालयों का फीता तो कटा लेकिन नहीं खुला ताला
निगम की तरफ से कंपनी के सामने ये शर्त रखी गई थी कि निर्माण करने वाली कंपनी को ही शौचालय के साफ-सफाई का इंतजाम करना होगा.
डिजाइन इमेज
पानी की नहीं है सुविधा
लोगों का कहना है कि टॉयलेट निर्माण के साथ पानी के लिए टंकी भी लगा दिया गया लेकिन पर्याप्त मात्रा में पानी के न होने से इन शौचालयों का कोई उपयोग नहीं रह जाता है. हालांकि निगम की तरफ से कंपनी के सामने ये शर्त रखी गई थी कि निर्माण करने वाली कंपनी को ही शौचालय के साफ-सफाई का इंतजाम करना होगा. लेकिन कंपनी के सफाईकर्मी सफाई करते हैं या नहीं इसकी निगरानी के लिये निगम ने कोई व्यवस्था नहीं की.