पटना: बिहार की राजधानी पटना के एयरपोर्ट स्थित मौसम विज्ञान केंद्र में भारत सरकार के मौसम विज्ञान विभाग की ओर से एक हाईटेक सेंसर का इंस्टॉलेशन किया (New sensor installed for radiation monitoring) गया है. यह सेंसर इंडियन एनवायरमेंटल रेडिएशन मॉनिटरिंग डेवलपमेंट नेटवर्क प्रोजेक्ट के तहत लगा है, जो पर्यावरण की उच्च ऊर्जा स्थलीय रेडिएशन की निगरानी करेगा. मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि IERMON सेंसर भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित हाईटेक उपकरण है, जो रेडिएशन के स्तर को लगातार रिकॉर्ड करता है और डाटा को वास्तविक समय पर परमाणु अनुसंधान की केंद्रीय इकाई को प्रेषित करता है.
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पूर्वी भारत में लगने वाला अपने तरह का पहला उपकरण: मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से जानकारी दी गई है कि पूरे पूर्वी भारत में लगने वाला यह अपने तरह का पहला उपकरण है. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के साथ हुए समझौते के अनुसार बाल्मीकि नगर, पूर्णिया, भागलपुर और गया जैसे कुल 4 जगहों पर और यह उपकरण आने वाले समय में स्थापित किया जाएगा. मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि सामान्य परिस्थितियों में इस उपकरण का उपयोग पर्यावरण की पृष्ठभूमि में निकलने वाले रेडिएशन का अध्ययन करने के लिए किया जाएगा. जिसमें पृथ्वी से निकलने वाले स्थलीय रेडिएशन के साथ-साथ सौर रेडिएशन भी शामिल है.
परमाणु आपात स्थिति में स्रोत क्षेत्र का पता लगाने में सक्षमः हाल ही में यह अध्ययनों में बात सामने आई है कि आंधी और बिजली के दौरान उच्च ऊर्जा वाली गामा रेडिएशन में अचानक वृद्धि होती है, जिसे गामा किरण फ्लैश कहते हैं. ऐसे में इस उपकरण का उपयोग आंधी और ठनका के दौरान होने वाले उत्सर्जन पैटर्न का अध्ययन करने के लिए भी किया जाएगा. मौसम विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि यह सेंसर किसी भी परमाणु आपात स्थिति में नेटवर्क और स्रोत क्षेत्र का शीघ्रता से पता लगाने में सक्षम होगा. साथ ही रेडिएशन स्तर में परिणामी वृद्धि और ऐसे परमाणु आपात स्थितियों के पर्यावरणीय प्रभाव का आकलन करने में सहायक होगा.