पटना: दिवाली और छठ पर्व के चलते इन दिनों भारी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों से बिहार लौट रहे हैं. इसके चलते पटना जंक्शन (Patna Junction) यात्रियों से भरा रहता है. फेस्टिवल सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना जांच (Corona Test) की व्यवस्था की है.
पटना जंक्शन पर कोरोना जांच में बरती जा रही लापरवाही
पटना जंक्शन पर दिल्ली, मुंबई, गुजरात समेत कई राज्यों और महानगरों से आने वाली ट्रेनों से रोजाना लाखों यात्री पहुंच रहे हैं, लेकिन कोरोना जांच में लापरवाही बरती जा रही है.
पटना जंक्शन पर दिल्ली, मुंबई, गुजरात समेत कई राज्यों और महानगरों से आने वाली ट्रेनों से रोजाना लाखों यात्री पहुंच रहे हैं, लेकिन कोरोना जांच में जिस तरह से लापरवाही बरती जा रही है. यह चिंता का विषय है. इससे कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है. पटना जंक्शन के गेट नंबर 3 के पास दो एएनएम को बैठाकर जांच करायी जा रही है. पुलिस की टीम जांच में मदद नहीं कर रही है. इसका नतीजा है कि दिनभर में 100-200 यात्रियों की कोविड-19 जांच हो रही है.
पटना जंक्शन के अन्य गेटों पर कोरोना जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. गेट नंबर 3 पर जहां जांच की व्यवस्था है वहां भी लापरवाही बरती जा रही है. लोग कोरोना जांच से भाग रहे हैं. कोरोना जांच में लगी टीम के सदस्य किसी यात्री से पूछताछ नहीं कर रहे हैं. केरल, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. वहां से भी लोगों का बिहार आना जारी है. जानकारों की चिंता है कि त्योहार के दौरान बरती जा रही यह लापरवाही कोरोना के तीसरी लहर का कारण बन सकती है.
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