पटना: मेडिकल में नामांकन के लिए होने वाली नीट की परीक्षा रविवार को पूरे देश में आयोजित की गई है. राजधानी पटना में नीट परीक्षा में 72301 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इसके लिए 184 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कोरोना के कारण एहतियात के तौर पर सरकार ने एक क्लास रूम में सिर्फ 12 परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की है. यह परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम के 5 बजे तक चलनी है. जोकि शुरू हो चुकी है.
परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी पूरे एहतियात के साथ परीक्षा देने पहुंचे. परीक्षार्थियों के लिए 1:00 बजे परीक्षा सेंटरों पर रिपोर्टिंग टाइम थी. 1 बजे के बाद परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश दिया गया. सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर काफी संख्या में अभिभावकों की भीड़ भी देखने को मिली. जो अपने बच्चों को परीक्षा दिलाने के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंचे हुए हैं.
गया और पटना में हो रही परीक्षा
परीक्षा हॉल के अंदर किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने की पूरी तरह से मनाही थी. ऐसे में जो अभ्यर्थी मोबाइल लेकर परीक्षा सेंटर पहुंचे उनका परीक्षा केंद्र के गेट पर ही गार्ड्स की ओर से मोबाइल और अन्य सामान जमा करा लिया गया. कोरोना के कारण इस बार परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड पर अपना थंब इंप्रेशन घर से ही कराकर लाने का निर्देश दिया गया था. जिसके कारण सभी परीक्षार्थी एडमिट कार्ड पर घर से ही थंब इंप्रेशन लगाकर निकले. नीट की परीक्षा के लिए बिहार में सिर्फ गया और पटना में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. गया में सिर्फ 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इस कारण पटना में परीक्षार्थियों की भीड़ काफी ज्यादा है. अधिकांश परीक्षार्थी निजी वाहन से बिहार के विभिन्न जिलों से परीक्षा देने पटना पहुंचे हुए हैं. सभी परीक्षार्थियों को अपने साथ एडमिट कार्ड के अलावे पेन, ट्रांसपेरेंट वाटर बोतल, ट्रांसपेरेंट सैनिटाइजर अनिवार्य रूप से लेकर आने का पहले से ही निर्देश था. परीक्षा हॉल के अंदर परीक्षार्थियों के जूते पहनकर प्रवेश की मनाही थी. लिहाजा जूते पहनकर पहुंचे परीक्षार्थियों का जूता परीक्षा हॉल के बाहर गेट पर ही उतरवा लिया गया.
बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में बने परीक्षा सेंटर पर परीक्षा देने पहुंची छात्रा रश्मि ने बताया कि वह मुजफ्फरपुर से आई है. संक्रमण के खतरे को देखते हुए वह निजी वाहन से परीक्षा देने पहुंची हुई है. रश्मि ने बताया कि परीक्षा के लिए तैयारी अच्छीहै, मगर कोरोना काल में परीक्षा देने को लेकर मन के अंदर थोड़ा डर बना हुआ है. हालांकि वह यह भी चाहती थी कि यह की परीक्षा समय पर ही हो और ज्यादा डिले ना हो.