पटनाः नहाए खाए से साथ ही छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है. वहीं अर्ध्य देने लिए राजधानी पटना के तमाम घाट पूरी तरह से व्यवस्थित दिख रहे रहे हैं. दूसरी तरफ सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पटना के हर घाटों पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 10 टीम तैनात की गई है.
छठ घाटों पर सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए एनडीआरएफ के कमांडेंट विजय सिन्हा ने कहा कि उनकी टीम इसके लिए सदैव तैयार है. छठ घाटों पर एनडीआरएफ के 72 बोटों में चार वाटर एंबुलेंस विकट परिस्थितियों से निपटने के लिए गंगा नदी में तैनात किए गए हैं. जो किसी भी विकट परिस्थिति में लोगों को पीएमसीएच तक पहुंचाने में सक्षम रहेगा.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट कंट्रोल रुम के साथ मेडिकल कैंप की सुविधा
एनडीआरएफ कमांडेंट विजय सिन्हा ने ईटीवी भारत को बताया कि लोगों की सुरक्षा के लिए उनकी टीम में डीप डाइवोर्स को भी रखा गया है. जो किसी भी विकट परिस्थिति में लोगों की सहायता के लिए घाटों पर मौजूद रहेंगे. एनडीआरएफ की तरफ से 4 घाटों पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. जबकि 4 घाटों पर मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं. एनडीआरएफ कमांडेंट के मुताबिक पटना जिले में 730 बोयर के साथ लाइव जैकेट उपलब्ध कराए गए हैं.
एनडीआरएफ कमांडेंट विजय सिन्हा बैरकेटिंग और सेल्फी लेने वालों पर विशेष नजर
बता दें कि छठ पर्व में बैरिकेडिंग के बाहर निकलने की इजाजत जिला प्रशासन ने किसी को नहीं दी है. अगर कोई व्यक्ति बैरिकेडिंग से बाहर निकलता है तो मौके पर मौजूद एनडीआरएफ की टीम उन लोगों पर नियंत्रण रखेगी. बैरिकेडिंग पर चढ़कर सेल्फी लेने वाले लोगों पर भी एनडीआरएफ की टीम पैनी निगाह रखेगी.
गंगा घाटों पर की गयी बैरकेटिंग