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सामाजिक मुद्दों पर भारत यात्रा से वापस आने पर NCC कैडेट्स को किया गया सम्मानित - एनसीसी कैडेट्स साइकिल यात्रा से वापस पटना पहुंचे

एनसीसी के 4 कैडेट्स रणवीर कुमार, रोहित रंजन, अशफ़ा खातून और अंकिता राज एक 'भारत श्रेष्ठ भारत', जल जीवन हरियाली, पर्यावरण जैसे कई मुद्दों को लेकर कूछ दिन पहले भारत की यात्रा पर निकले. वहीं, उनके लौटने पर राजेंद्र नगर स्थित एनसीसी ग्रुप मुख्यालय में उनका जोरदार स्वागत किया गया. साथ ही उन्हें सम्मानित भी किया गया.

NCC Cadets
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Published : Feb 14, 2020, 2:22 PM IST

पटना: अखिल भारतीय साइकिल महा जागरूकता अभियान के तहत भारत के 15 राज्य और 3 यूनियन टेरिटरी की यात्रा कर एनसीसी के कैडेट्स वापस पटना पहुंचे. इस दौरान राजेंद्र नगर स्थित एनसीसी ग्रुप मुख्यालय में उनका भव्य स्वागत किया गया. वहीं, इस मौके पर कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव, एनसीसी बिहार-झारखंड निदेशालय के अपर महानिदेशक ब्रिगेडियर तुषार मिश्रा, पटना कि मेयर सीता साहू सहित कई सेना के अधिकारी मौजूद रहे.

सेना के अधिकारियों ने एनसीसी कैडेट्स को किया सम्मानित

सामाजिक मुद्दों को लेकर लोगों को किया जागरुक
कम्युनिटी ट्रैफिक पुलिस पटना के तहत एनसीसी के 4 कैडेट्स रणवीर कुमार, रोहित रंजन, अशफा खातून और अंकिता राज एक 'भारत श्रेष्ठ भारत', 'जल जीवन हरियाली', 'पर्यावरण संरक्षण', 'महिला सशक्तिकरण' जैसे कई मुद्दों को लेकर 4 महीने पूर्व भारत की यात्रा पर निकले थे. इस दौरान इन्होंने लगभग 7500 किलोमीटर की यात्रा तय की, जिसमें औसतन प्रतिदिन 90 से 100 किलोमीटर की दूरी तय की. चारों कैडेट्स ने इस दौरान भारत के 15 राज्य और 3 यूनियन टेरिटरी कवर किए और सभी जगहों पर जाकर अपने सामाजिक मुद्दों के प्रति लोगों को जागरूक किया.

पेश है रिपोर्ट

कई राज्यों का किया भ्रमण
बता दें कि हिमालयन मार्ग में रणवीर कुमार और रोहित रंजन बिहार, पश्चिम बंगाल, आसाम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू, हरियाणा, राजस्थान, नई दिल्ली का भ्रमण कर 7500 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने के बाद पटना लौट गए है. वहीं, पेनिनसुला मार्ग में असफा खातून बिहार झारखंड उड़ीसा आंध्र प्रदेश तेलंगाना तमिलनाडु केरला कर्नाटक गोवा महाराष्ट्र गुजरात मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ का भ्रमण कर 6000 किलोमीटर की यात्रा पूरा किया.

'थकावट हुई, लेकिनआनंद भी बहुत आया'
असफा खातून ने बताया कि प्लेन एरिया में साइकिल चलाना आसान रहा, लेकिन पहाड़ी इलाके हुए साइकिलिंग थोड़ा मुश्किल रहा. उन्होंने बताया कि हाईवे पर भी साइकिलिंग करना थोड़ा टफ था, लेकिन सभी जगह जाकर यह दिखाना था कि बिहार जिसे इतना पिछड़ा समझा जाता है वहां की बेटियां साइकिल से निकलकर देशभर में महिला सशक्तिकरण का संदेश दे रही हैं. सभी साइकिलिस्ट ने बताया कि यात्रा के दौरान थकावट हुई, लेकिनआनंद भी बहुत आया.

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