वाराणसी/पटना:देवी उपासना का पर्व नवरात्र रविवार से शुरू हो रहा है. 9 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में पहला दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि सही समय में देवी की कलश स्थापना, देवी का आगमन किन परिस्थितियों में हो रहा है, इन चीजों से पूरे साल का निर्धारण होता है.
देव लोक से गज पर होगा आगमन
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नवरात्रि के मौके पर मां दुर्गा का आगमन देव लोक से धरती लोक पर इस बार गज यानी हाथी पर हो रहा है, जो शुभ संकेत है. देवी के आगमन से धरती पर बारिश की अच्छी मौजूदगी से किसानों को फायदा होगा, लेकिन 9 दिनों तक सेवा भाव करवाने के बाद देवी का गमन यानी उनका जाना पैदल हो रहा है तो शुभ संकेत नहीं है. जिससे देश में धन हानि की संभावना प्रबल है.
ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी कहते हैं कि नवरात्रि 3 तरह की होती हैं. एक गुप्त नवरात्रि, दूसरी शांति नवरात्रि, तीसरी शारदीय नवरात्रि. गुप्त नवरात्रि तंत्र साधना के लिए गोपनीय तरीके से की जाने वाली नवरात्रि है, जबकि वो शांति नवरात्रि गर्मी के महीने में पड़ने वाली व शारदीय नवरात्र बारिश के मौसम के खत्म होने के बाद शरद ऋतु के आगमन का संकेत देने वाली होती है. इन तीनों नवरात्रि में देवी की आराधना उसी श्रद्धा भाव से की जाती है.