पटनाःमुजफ्फरपुर शेल्टर होम की बच्ची के साथ बेतिया में गैंगरेप की घटना ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. वहीं, इस घटना की जांच करने पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सरकार और सिस्टम को कठघरे में खड़ा कर दिया है. शर्मा पीड़ित बच्ची का हाल-चाल जानने बेतिया पहुंची, जहां बच्ची से मुलाकात करने के साथ ही पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत की.
बेतिया गैंगरेप पर प्रेस कॉन्फ्रेस में रेखा शर्मा पीड़िता को सुरक्षा देने की मांग
पुलिस पदाधिकारियों से घटना की पूरी जानकारी लेने के बाद पटना में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से भी मुलाकात की. साथ ही पूरी डिटेल डीजीपी को दी. रेखा शर्मा ने डीजीपी से सभी बिंदुओं पर चर्चा करने के साथ ही बच्ची को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की. डीजीपी से मुलाकात के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने मीडियो को संबोधित किया और बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना को सरकारी सिस्टम की विफलता करार दी.
मीडिया को संबोधित करती राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा सरकारी एजेंसियां गलत तरीके से बना रही कागजात
शर्मा ने बताया कि बच्ची की उम्र 18 साल बताई जा रही है, जबकि जांच रिपोर्ट में बच्ची की उम्र 15 से 16 साल बताई गई है. वहीं, सरकार के द्वारा जारी किए गए आधार कार्ड में उसकी उम्र 11 साल बताई गई है. यहां के एजुकेशन में भी उस बच्ची की उम्र गलत बताई गई है. महिला आयोग की अध्यक्ष ने गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां की एजेंसियां गलत तरीके से कागजात बना रही है. जिससे सरकार के सिस्टम फेल होते जा रहे हैं. रेखा शर्मा ने कहा कि उस बच्ची का विवाह भी हो गया है. ऐसे में स्पष्ट है कि बिहार में अभी भी बाल विवाह हो रहा है.
फेल है पुलिस प्रशासन
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने पुलिस पदाधिकारियों पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि जब बच्ची शेल्टर होम से गई तो किसी तरह की सिक्योरिटी नहीं दी गई. दुष्कर्म की घटना के बाद पुलिस ने अपनी तत्परता दिखाई. एसपी से प्राप्त जानकारी को साक्षा करते हुए रेखा शर्मा ने कहा कि बच्ची को बरगला कर कुछ महिलाएं ट्रेन से ले जा रही थी. लेकिन आज तक पुलिस उन महिलाओं का पता नहीं लगा सकी. इससे पुलिस के कामकाज से लग रहा है कि सरकार का सिस्टम पूरी तरह से फेल है. मुख्यमंत्री से मुलाकात के सवाल पर रेखा शर्मा ने कहा कि व्यस्त कार्यक्रम के कारण सीएम से मिलने का समय नहीं मिल पाया. उन्हें पत्र और बिहार राज्य महिला आयोग के माध्यम से संदेश पहुंचाया जायेगा.