पटना:बिहार आर्ट थियेटर में पद्मश्री बंसी कौल को समर्पित 9वां राष्ट्रीय नाट्य मेला 2021 का आयोजन किया गया. पांच दिवसीय नाट्य मेले के पहले दिन आज मिथिलेश सिंह द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक 'देवन मिसिर' का मंचन किया गया.
पढ़ें:पटनाः कालिदास रंगालय में हास्य नाटक 'हकिमाईन का नुस्खा' का मंचन, जी भरकर हंसे लोग
देवन मिसिर पर डाला प्रकाश
नाटक देवन मिसिर बिहार के मिथिलांचल में गोनू झा और बंगाल प्रांत के गोपाल भांड हाजिरजवाबी शैली के लोक आस्थापको में अग्रणी है. इसी तरह मगध राज के देवन मिसिर बड़े लोक विदूषक हुए हैं. उनकी हाजिर जवाबी भी वही है जो गोनू झा, गोपाल भांड, और बीरबल तेनालीराम की रही है. देवन मिसिर अपनी बातों और हाजिर जवाबी से सब को चुप करा देते हैं.
अश्लीलता जैसे संगीन विषय को लेकर जागरुक
ऐसा कहा जाता है कि जिसकी लाठी उसकी भैंस का मुहावरा देवन मिसिर काही गढ़ा हुआ है. नाटक में देवन मिसिर ने अपने हाजिर जवाबी और बुद्धिमानी के जरिए ऐसे कार्य कर दिखाएं जो औरों के लिए काफी मुश्किल होता है. सलाखें इनकी कई कहानियों पर काम करना बड़ा जोखिम भरा होता है क्योंकि उनकी कई कहानियां काफी हद तक अश्लील हुआ करती थी, लेकिन उस अश्लीलता में भी समाज में घट रही घटनाओं को बड़े ही बेहतर तरीके से उन्होंने दिखाया और लोगों को जागरूक करने की भी कोशिश की.