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झारखंड विधानसभा चुनाव: नीतीश को चुनौती देंगे उनके ही कैबिनेट मंत्री नंदकिशोर यादव

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के झारखंड चुनाव प्रचार में कूदने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है. चुनाव प्रचार में नीतीश के सामने नंदकिशोर यादव की मौजूदगी ने इसे सियासी चर्चा का विषय बना दिया है.

नंदकिशोर और नीतीश

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Published : Sep 5, 2019, 8:52 PM IST

पटना: झारखंड में भी इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. बिहार एनडीए में चल रहे खींचतान के कारण झारखंड चुनाव भी दिलचस्प होता नजर आ रहा है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू के लिए कमान संभालेंगे. वहीं, बीजेपी के लिए नीतीश के मंत्री नंदकिशोर यादव मोर्चा खोलेंगे.

दरअसल, बीजेपी ने नंदकिशोर यादव को झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सहप्रभारी बनाया है. ऐसे में झारखंड विधानसभा चुनाव का नजारा दिलचस्प होगा. नंदकिशोर यादव का कहना है कि हम लोग सरकार बनाने के लिए वहां चुनाव लड़ रहे हैं. जेडीयू तो पहले भी हमारे खिलाफ कई जगह चुनाव लड़ा चुका है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

7 सितंबर से शुरू होगा चुनाव प्रचार
बता दें कि नीतीश कुमार 7 सितंबर से झारखंड चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे. चुनाव अभियान में पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी उतरेंगे. जिसमें पीके भी शामिल होंगे. हालांकि, झारखंड चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है. लेकिन, विधानसभा चुनाव में अब बहुत ज्यादा समय नहीं रह गया है.

'सरकार बनाने के लिए लड़ रही बीजेपी'
बहरहाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के झारखंड चुनाव प्रचार में कूदने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है. चुनाव प्रचार में नीतीश के सामने नंदकिशोर यादव की मौजूदगी ने सियासी चर्चा तेज है. नंदकिशोर यादव साफ कह रहे हैं कि बीजेपी सरकार बनाने के लिए ही चुनाव लड़ रही है. जेडीयू पहले भी हमारे खिलाफ कई राज्यों में चुनाव लड़ चुकी है. जेडीयू स्वतंत्र पार्टी है वह कहीं से भी चुनाव लड़ सकती है.

झारखंड में जेडीयू और बीजेपी अलग-अलग
बता दें कि झारखंड चुनाव के लिए जेडीयू ने समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह को प्रभारी बनाया है. रामसेवक सिंह का कहना है कि 7 सितंबर को नीतीश कुमार एक जनसभा से रांची में चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे. पार्टी नीतीश कुमार के किए गए कार्यों के बलबूते झारखंड में लोगों के बीच जाएगी. वहीं, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है झारखंड में बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन नहीं है. इसलिए यह कहना कि मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट मंत्री एक-दूसरे के सामने हैं, यह अप्रत्याशित घटना नहीं है.

जेडीयू नेताओं ने दी प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री आमने-सामने
फिलहाल, जेडीयू का झारखंड में एक भी विधायक नहीं है. ऐसे में पार्टी के लिए संगठन को मजबूत करना एक बड़ी चुनौती है. जेएमएम की शिकायत पर जदयू का चुनाव चिन्ह भी फ्रीज हो चुका है. ऐसे में नए चुनाव चिन्ह के साथ नीतीश कुमार का चेहरा झारखंड में क्या दम दिखाएगा, यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा. लेकिन, फिलहाल नीतीश कुमार और नंदकिशोर यादव का आमने-सामने होना का दिलचस्प हो गया है.

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