पटना: बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री रहे नंदकिशोर यादव का चुना जाना तय है. एनडीए सरकार में पहली बार विधानसभा अध्यक्ष का पद बीजेपी के खाते में गया है. नंदकिशोर यादव पर बीजेपी ने फैसला ले लिया है. वहीं 17वीं विधानसभा के नंदकिशोर यादव 16वें अध्यक्ष होंगे.
17वीं विधानसभा के 16 वें अध्यक्ष होंगे नंदकिशोर
नंदकिशोर यादव 7वीं बार विधायक चुनकर आए हैं. एनडीए सरकार में नंदकिशोर यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वे पथ निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री रह चुके हैं. बिहार में पथ निर्माण के क्षेत्र में सबसे बेहतर काम हुआ है और उसका श्रेय नंदकिशोर यादव को भी जाता है. इसका कारण यह है कि वे लंबे समय तक पथ निर्माण के मंत्री रह चुके हैं.
नहीं दिया गया मंत्रिपरिषद में जगह
नंदकिशोर यादव एनडीए के संयोजक की भी भूमिका निभाई है. इसके साथ नेता विरोधी दल के पद पर भी नंदकिशोर यादव रह चुके हैं. नंदकिशोर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर उन्हें मंत्रिपरिषद में जगह नहीं मिली है. जदयू के विजय चौधरी पहले बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं और उनका स्थान नंदकिशोर यादव लेंगे.
23 नवंबर से विधानसभा सत्र
बिहार विधानसभा का सत्र 23 नवंबर से शुरू हो रहा है. दो दिनों तक सभी विधायकों को शपथ दिलाए जाएंगे और फिर उसके बाद 25 नवंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चयन होगा. एनडीए के पास बहुमत है इसलिए विधानसभा अध्यक्ष के चयन में कोई परेशानी नहीं होगी.
जानिए बिहार विधानसभा के पहले अध्यक्ष के नाम-
- राम दयालु सिंह
- बिंदेश्वरी प्रसाद वर्मा
- लक्ष्मीनारायण सुधांशु
- धनिक लाल मंडल
- रामनारायण मंडल
- हरि नाथ मिश्र
- त्रिपुरारी प्रसाद सिंह
- राधा नंदन झा
- शिव चंद्र झा
- मोहम्मद हिदायतुल्लाह खान
- गुलाम सरवर
- देव नारायण यादव
- सदानंद सिंह
- उदय नारायण चौधरी
- विजय कुमार चौधरी अध्यक्ष
- नंदकिशोर यादव अध्यक्ष
बीजेपी का होगा कब्जा
बीजेपी का विधानसभा अध्यक्ष पर भी कब्जा हो जाएगा. विधान परिषद के सभापति पद पर भी बीजेपी का पहले से कब्जा है. इस तरह दोनों सदनों में बीजेपी का ही कब्जा होगा. एनडीए सरकार में विधानसभा का अध्यक्ष हमेशा से जदयू के खाते में ही रहा है. लेकिन पहली बार ऐसा होगा कि यह बीजेपी के पास जाएगा. महागठबंधन सरकार में एक समय दोनों सदनों पर जदयू का कब्जा था. विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति दोनों जदयू कोटे से ही थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है.