पटना (मसौढ़ी):मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी सात निश्चय योजना के तहत हर घर में नल जल पहुंचाने का सपना आज भी अधूरा ही है. पटना से सटे मसौढी प्रखंड के कई ऐसे गांव हैं जहां अभी तक नल जल योजना की शुरुआत ही (Nal Jal Yojna Work Not Started In Many Villages) नहीं हुई है. आलम ये है कि घर तक पानी पहुंचने की आस में बैठे हजारों की आबादी अब कुएं और एक सरकारी चापाकल पर निर्भर है.
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ईटीवी भारत संवाददाता ने मसौढ़ी के चेथौल गांव में पहुंचकर जब नल जल योजना की पड़ताल की तो हकीकत चौंकाने वाला सामने आया. यहां हजारों की आबादी इस महत्वाकांक्षी योजना की सफलता और घर तक पानी पहुंचने की आस में है. कुएं के पानी पर जिंदगी चल रही है. ग्रामीणों ने बताया कि अभी तो इसमें पानी भी है, गर्मी बढ़ते ही जलस्तर घटने लगता है. चापाकल सूख जाते हैं. लोग पानी को मोहताज हो जाते हैं.