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मशरूम की खेती कर आप भी कमा सकते हैं लाखों, सुनिए क्या कहते हैं किसान - मशरूम की खेती के फायदे

मनेर के किसानों ने सब्जी और अनाज की खेती छोड़ मशरूम की खेती करना शुरू कर दिया है. कम लागत में ज्यादा मुनाफा होने के कारण किसान यह खेती कर रहे हैं. किसानों की मानें तो इस खेती में नुकसान का रिस्क बेहद कम है. सरकार भी सब्सिडी दे रही है.

मशरूम की खेती
मशरूम की खेती

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Published : Jan 26, 2021, 9:08 PM IST

मशरूम की खेती कर आप भी कमा सकते हैं लाखों, सुनिए क्या कहते हैं किसान

पटना: बिहार में किसान अलग-अलग तरीके से खेती कर रहे हैं. अब कुछ किसान सब्जी और अनाज की खेती छोड़ मशरूम की खेती करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. एक ऐसा ही गांव है जहां गांव में दर्जनों घर में मशरूम की खेती की जा रही है. हम बात कर रहे हैं राजधानी पटना से सटे मनेर के प्रखंड क्षेत्र के रामपुर दियारा की. जहां लगभग दर्जनों घरों में लोग इन दिनों मशरूम की खेती करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.

इस प्रकार भी की जाती है मशरूम की खेती

मिल जाती है सब्सिडी
किसानों की मानें तो सरकार द्वारा इस पर 50% की सब्सिडी भी मिल जाती है. बड़ी ही आसानी से कम जमीन में बांस की चचरी बनाकर मशरूम उगाया जा सकता है. जिसको लोग अपने-अपने घरों में कर रहे हैं और इससे उन्हें मुनाफा भी ज्यादा प्राप्त हो रहा है. साथ ही किसानों की मानें तो उन्हें अनाज और सब्जी की खेती करने से काफी परेशानियां होती थी. कम आमदनी होता था.

लेकिन जब से वह मशरूम की खेती करने लगे हैं, तब से उन्हें फायदा ज्यादा हो रहा है. उनका परिवार काफी खुशहाल है. साथ ही सरकार द्वारा जो सब्सिडी मिल जाती है, उससे वह कुछ दूसरा प्लांट डाल देते हैं.

देखें रिपोर्ट

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बाजार में आसानी से बिक जाता है मशरूम
बाजार में मशरूम बेचने की भी परेशानी नहीं होती है. क्योंकि कम मात्रा में लोग मशरूम की खेती करते हैं. जिस वजह से व्यापारी ताजा मशरूम लेने उनके घर पर पहुंच जाते हैं. ऐसे लोगों को ताजा मशरूम का स्वाद भी मिल जाता है और हम लोगों को कुछ मुनाफा भी हो जाता है. किसान पताली सिंह बताते हैं कि पिछले 6 सालों से घर में ही एक रूम में मशरूम की खेती करना शुरू किया था. जिसका फायदा भी हम सभी को मिल रहा है. पहले तो सरकार की तरफ से सब्सिडी नहीं थी. लेकिन अब सरकार के तरफ से सब्सिडी भी इसमें मिल रहा है.

मशरूम की खेती

झोपड़ी बनाकर करते हैं खेती
किसान रामपुकार राय बताते हैं कि पहले अपने मकान में इसकी खेती करते थे. लेकिन इधर कुछ दिन पहले से अब झोपड़ी में बनाकर मशरूम की खेती कर रहे हैं. इस खेती से हम सभी लोगों को काफी फायदा भी मिला है. साल में मुनाफा भी बढ़ा है. धान और अन्य फसलों से बेहतर मशरूम की खेती करना ही अच्छा है. धान और अन्य फसल के उपजाने में काफी समस्या आती है. नुकसान भी होता है सो अलग.
मशरूम की खेती में अभी तक कोई भी समस्या नहीं आई है. हालांकि सरकार की तरफ से कई लोगों को सब्सिडी तो मिली. मुझे नहीं मिली, लेकिन इसके लिए सरकार को आवेदन दिया है.

मशरूम को बाजार में पहुंचाने लायक बनाते किसान

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मशरूम की खेती को देना है बढ़ावा
गौरतलब हो कि मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने राज्य के किसानों को सब्सिडी देने की शुरुआत की है. मशरूम की खेती के लिए योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा क्रेडिट लिंक्ड बैंक इंडेड आधारित 50% अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसका लाभ कोई भी इच्छुक कृषक प्राप्त कर सकते हैं. मशरूम उत्पादन के लिए 20 लाख रुपए प्रति इकाई लागत पर 10 लाख रुपए सहायतानुदान दिया जा रहा है. जिसको लेकर राज्य के किसान भी पहले से काफी जागरूक हो चुके हैं. धान या सब्जी की खेती के बजाय मशरूम की खेती करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.

मशरूम

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