पटना:स्वच्छता रैंकिंग में अच्छे अंक मिले इसके लिए पटना नगर निगम द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है. इसी क्रम में सफाई व्यवस्था को लेकर आम लोगों की शिकायतों के निवारण के लिए निगम ने पहल की है. इसके लिए स्वच्छता ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके द्वारा लोग अपनी शिकायतें बता सकते हैं और निगम उस समस्या के हल के लिए कार्रवाई करेगी. नगर आयुक्त आनंद शर्मा प्रतिदिन स्वच्छता ऐप के माध्यम से मिल रही शिकायतों के निवारण की समीक्षा कर रहे हैं. नगर आयुक्त का कहना है कि तय अवधि के भीतर शिकायतों का निवारण नहीं होने पर संबंधित पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
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पदाधिकारियों द्वारा शिकायत के निवारण कर लिए जाने की पुष्टि होने के उपरांत खुद नगर आयुक्त द्वारा शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाएगा. गुरुवार को इस संबंध में नगर आयुक्त द्वारा कंट्रोल रूम की टीम, सभी कार्यपालक पदाधिकारी, सभी कार्यपालक अभियंताओं के साथ बैठक की गई और शिकायतों को गंभीरता से लेने का स्पष्ट निर्देश दिया गया. नगर आयुक्त ने कहा कि आम जन से अपील है कि वे जितना संभव हो ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज करें और अपने इलाके की स्वच्छता संबंधी समस्याओं से सीधे पदाधिकारियों को अवगत कराएं.
स्वच्छता ऐप से शिकायत दर्ज करने के फायदे
स्वच्छता ऐप से शिकायत करने पर आप स्वयं ऐप के माध्यम से कम्पलेन स्टेटस पर नजर रख सकते हैं. अगर संबंधित पदाधिकारियों द्वारा शिकायत निवारण के बिना ही "कम्पलेन रिजॉल्व" कर दिया गया तो शिकायतकर्ता तुरंत उसी शिकायत को दोबारा ओपन कर सकता है. शिकायतकर्ता द्वारा कम्प्लेन री-ओपन किए जाते ही मुख्यालय को इसकी सूचना प्राप्त होगी और संबंधित पदाधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की जाएगी कि आखिर किन परिस्थितियों में निवारण नहीं होने पर भी उसे पूर्ण घोषित कर दिया गया. इस तरह आम जन पटना नगर निगम की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने और पारदर्शिता बनाए रखने में अहम योगदान दे सकते हैं. इसके साथ ही स्वच्छता ऐप के माध्यम से लोग नजदीकी सार्वजनिक शौचालयों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
इन श्रेणियों में दर्ज करा सकते हैं शिकायत
- स्पेटिक टैंक ओवरफ्लो
- सीवर अथवा स्टॉर्म वाटर
- मृत पशु का उठाव
- लिटरबिन की सफाई
- सार्वजनिक स्थल पर कचरे का ढेर
- कचरा गाड़ी के नहीं आना
- झाड़ू नहीं लगना
- सार्वजनिक शौचालय में बिजली की व्यवस्था
- सार्वजनिक शौचालयों में पानी सप्लाई की व्यवस्था
- सार्वजनिक शौचालय में ब्लॉकेज
- सार्वजनिक शौचालय की सफाई
- खुले मेनहोल और नाले
- सड़क पर जलजमाव
- सेप्टेज/मलीय अपशिष्ट अनुपयुक्त निपटान
- सार्वजनिक अथवा खुले में निर्माण सामग्री और मलबा रखे होने की शिकायत या उनके उठाव के लिए अपील
- खुले में कचरा जलाना
- सार्वजनिक स्थल पर मल-मूत्र करना
- फॉगिंग
भारत सरकार द्वारा तैयार कराया गया है ऐप
स्वच्छता ऐप की खासियत यह है कि इसे भारत सरकार द्वारा तैयार कराया गया है. इसका इस्तेमाल देश के किसी भी शहर में किया जा सकता है. स्वच्छता ऐप के माध्यम से शिकायत करने पर न सिर्फ आपकी शिकायतों का निवारण शीर्घ संभव है बल्कि इस तरह मुख्यालय को भी ग्राउंड लेवल पर हो रहे कार्यों पर जनता की राय मिलती रहेगी. इस ऐप से कोविड-19 से संबंधित सेवाओं के लिए भी सुविधा ली जा सकती है.
कैसे डाउनलोड करें स्वच्छता ऐप
स्वच्छता ऐप डाउनलोड करने का तरीका सरल है. यह एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है. अन्य ऐप की तरह इसे भी डाउनलोड किया जा सकता है. इसके इस्तेमाल के लिए फोन नंबर से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है. रजिस्ट्रेशन के लिए जिस फोन नंबर को अंकित किया जाएगा उस पर ओटीपी आएगा और उसे भरने के बाद फोन नंबर स्वच्छता ऐप पर रजिस्टर हो जाएगा. हफ्ते में कम से कम एक बार स्वच्छता ऐप का इस्तेमाल करने वालों को भारत सरकार द्वारा "एक्टिव यूजर" की श्रेणी में दर्शाया जाता है.