पटनाः अपनी 15 सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम के सफाईकर्मियों ने निगम कार्यालय में धरना प्रदर्शन (Municipal Corporation Sweeper Protest In Patna) किया और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोला. इन सफाईकर्मियों ने कुछ दिन पहले भी पटना के कारगिल चौक पर वेतन वृद्धि के प्रतिलिपि को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था. दरअसल पटना नगर निगम के 4300 सफाईकर्मियों के दैनिक वेतन में 50 रुपये की वृद्धि की गई, लेकिन इससे सफाई कर्मचारी नाखुश हैं और अनिश्चितकालीन हड़ताल (Patna Municipal Corporation Sweeper Strike) पर जाने की चेतावनी दे रहे हैं.
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पटना नगर निगम के कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि निजीकरण ठेकेदारी प्रथा सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है. नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के महासचिव नंदकिशोर दास ने कहा कि सरकार को लगातार आगाह किया जा रहा है, नगर निगम प्रशासन को भी यह मालूम है लेकिन नगर निगम प्रशासन सुनने को तैयार नहीं है.
'निगम मुख्यालय मौर्या लोक में प्रदर्शन कर सरकार की आंख खोलने की कोशिश सफाईकर्मियों ने की है. अगर सरकार इस पर भी वेतन वृद्धि में संशोधन नहीं करती है तो 24 फरवरी को मशाल जुलूस निकाला जाएगा. मशाल जुलूस निकालने के बावजूद भी निगम प्रशासन सफाई कर्मियों के हित में संशोधन नहीं करती है तो 25 फरवरी से सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे'- नंद किशोर दास, महासचिव, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ
बता दें कि लंबे समय तक वेतन वृद्धि की मांग और कार्य बहिष्कार करने के बाद पटना नगर निगम में कार्यरत 4300 दैनिक सफाई मजदूरों की दैनिक मजदूरी में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी. सशक्त स्थायी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया था. आदेश के मुताबिक 400 रुपये की दैनिक मजदूरी पाने वाले कुशल सफाई कर्मियों की सैलरी 450 रुपये कर दी गई, वहीं अति कुशल सफाई कर्मियों को 425 से बढ़ाकर 475 रुपये कर दिए गए. लेकिन, निगम का यह फैसला सफाईकर्मियों को मंजूर नहीं है.