पटना: बिहार में आज 2 अक्टूबर को जातीय गणना की रिपोर्ट जारी कर दी गयी. इस रिपोर्ट के आने के बाद बिहार में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गयी. विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बिहार में सफलतापूर्वक जातिगत गणना के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है. सहनी ने अपने फेसबुक वॉल पर बधायी संदेश पोस्ट किया है. मुकेश सहनी ने पोस्ट में दावा किया कि उनकी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी ने भी जातिगत गणना को समर्थन दिया था.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Caste Survey Report जारी होने के बाद बड़ी तैयारी में CM नीतीश, इन राजनीतिक दलों की बुलाएंगे विशेष बैठक
"बिहार में सफलतापूर्वक जातिगत गणना के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को बहुत बहुत धन्यवाद. बिहार विधानमंडल के 9 दलों के साथ हमारी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी ने भी जातिगत गणना को समर्थन दिया था."- मुकेश सहनी, पूर्व मंत्री
बिहार में जातिगत गणना का आंकड़ा जारीः सोमवार को पटना में प्रेस कांफ्रेंस में प्रभारी मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी. विभागीय जानकारी के अनुसार 215 जातियों का आंकड़ा जारी कर दिया गया है. सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 36 फीसदी अत्यंत पिछड़ा, 27 फीसदी पिछड़ा वर्ग, 19 फीसदी से थोड़ी ज्यादा अनुसूचित जाति और 1.68 फीसदी अनुसूचित जनजाति बताई गई है. जातीय गणना में बिहार की कुल आबादी 13, 01725310 है.
ओबीसी सर्वाधिक 63%: बिहार में जातीय गणना में ओबीसी की संख्या सर्वाधिक है. पिछड़ा 27.12% और अति पिछड़ा-36.01% आबादी है. इस तरह ओबीसी की संख्या 63% के करीब है. वहीं SC- 19.65 और ST 1.68% है इसतरह इन दोनों वर्गों में की संख्या 21% है. जबकि जनरल कास्ट की आबादी 16% है.
जातियों के आंकड़े इस प्रकार हैः यादव 14.2666%, कुर्मी 2.8785%, कुशवाहा 4.2120%, ब्राह्मण 3.6575%, बनिया 2.3155%, भूमिहार 2.8683%, राजपूत 3.4505%, मुसहर 3.0872%, मल्लाह 2.6086%, बनिया 2.3155% रिकॉर्ड किया गया है. इसके साथ अन्य जातियों का आंकड़ा भी जारी किया जा रहा है.