पटना: उपेंद्र कुशवाहा के आमरण अनशन पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि हमारा यह मानना था कि सरकार उनकी मांग को मानेगी और सरकार के लोग आकर आमरण अनशन को तुड़वायेगी. लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि यह सरकार संवेदनहीन हो गई है. जनता सब कुछ देख रही है कि किस तरह से उपेंद्र कुशवाहा के साथ व्यवहार किया गया है. समय आने पर जनता उन्हें जवाब देगी.
'शिक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा होता है'
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा शिक्षा सुधार के मुद्दे पर आमरण अनशन पर थे. वह केंद्र में शिक्षा विभाग के ही राज्य मंत्री रहे थे और उन्होंने अपने समय में ही केंद्रीय विद्यालय के लिए स्वीकृति करवा ली थी. निश्चित तौर पर राज्य सरकार उस केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन आवंटन नहीं कर रही थी और इसी मुद्दे को लेकर वह आमरण अनशन पर हैं. शिक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा होता है.