पटनाः बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट के बाद जदयू में कलह देखने को मिल रही है. सांसद सुनील कुमार पिंटू ने तेली समाज के आंकड़ा को लेकर सवाल उठाया था. सांसद के इस बयान पर मंत्री संजय झा ने आरोप लगाया था कि सुनील कुमार भाजपा में जाना चाहते हैं. मंत्री के इस बयान पर सांसद ने सख्त तेवर में जवाब दिया है. सांसद का सीधा कहना है कि उनके बारे में कोई दूसरा फैसला करने वाला कौन हैं?
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संजय झा के बयान का दिया जवाबः बिहार सरकार के मंत्री संजय झा के बयान पर सुनील कुमार पिंटू ने कहा जदयू में रहना है या नहीं रहना है, यह तो मुख्यमंत्री फैसला करेंगे. उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री के एहसानमंद हैं कि जदयू में नहीं रहते हुए भी उन्हें बुलाकर टिकट दिया था. सासंद ने दावा किया है कि जदयू में बहुत उम्मीदवार थे, लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें चुना. कहा कि उनके बारे में सीएम नीतीश कुमार के अलावा कोई दूसरा फैसला नहीं ले सकता है.
"तेली समाज की रिपोर्ट में त्रुटि है, जिसकी हमलोग जांच चाहते हैं और कोई बात नहीं है. मैं सीएम का एहसानमंद हूं कि उन्होंने मुझे बुलाकर टिकट दिया. मेरे बारे में फैसला सीएम लेंगे. दूसरा कोई (संजय झा) नहीं ले सकता है. मैं जदयू में रहूं या न रहूं ये फैसला सिर्फ सीएम नीतीश कुमार लेंगे."- सुनील कुमार पिंटू, सांसद, जदयू
आंकड़ा इकट्ठा करने में जुटे सांसदः सुनील कुमार पिंटू का कहना है कि हमारी आपत्ति तेली समाज को लेकर है. गिनती में कहीं ना कहीं त्रुटि हुई है या तो टोटलिंग में गलती हुई है. हमलोग चाहते हैं कि जांच हो. इसलिए हम लोगों ने तय किया है कि ब्लॉक स्तर पर तेली समाज का आंकड़ा इकट्ठा करेंगे और इसे मुख्यमंत्री को देंगे. हो सकता है 5% ज्यादा हो या कम हो, लेकिन मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात आनी चाहिए.