पटना:संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के विस्तार का विवाद गहराता जा रहा है. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा रेलवे को लिखे पत्र के बाद उपजा विवाद अब तक थम नहीं पाया है. संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस को पटना में रोकने के लिए 8 सांसदों ने पत्र लिखा है. इस मामले में अब बीजेपी सांसद आरके सिन्हा भी कूद पड़े हैं. उन्होंने संपूर्ण क्रांति को पटना से आगे मधुपुर तक विस्तारित करने का विरोध किया है.
बिहार को ट्रेन की जरूरत
बीजेपी के राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा ने संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस को मधुपुर तक विस्तारित करने का कड़ा एतराज जताया है. आर के सिन्हा ने कहा कि मधुपुर और जसीडीह का अपना महत्व है. हावड़ा जाने वाली लगभग सभी ट्रेन यहां रूकती है. पटना से दिल्ली के लिए राजधानी और सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस दो ट्रेन भी पर्याप्त नहीं है. इस ट्रेन पर बहुत ज्यादा लोड है. बिहार को और भी ट्रेन की आवश्यकता है.
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस पर अपनी बात रखते आरके सिन्हा परिचालन में बदलाव उचित नहीं
बीजेपी सांसद ने कहा कि अगर झारखंड में ट्रेन की जरूरत महसूस हो रही है तो हावड़ा से दिल्ली के बीच ट्रेन चलाया जाए. इसका स्टॉपेज मधुपुर में भी हो. साथ ही इसका लाभ बिहार को भी मिलेगा. पटना से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को भी सहूलियत होगी. इस ट्रेन का ठहराव मधुपुर और जसीडीह दोनों जगह हो. लेकिन पटना के हक को मार कर विस्तारित करना सही नहीं है. संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के परिचालन में कोई भी बदलाव उचित नहीं होगा.
बीजेपी सांसद आर के सिन्हा रेलवे की बैठक में सांसदो ने जताया विरोध
गौरतलब है कि संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस नई दिल्ली से पटना तक चलने वाली बिहार की सबसे प्रमुख ट्रेनों में से एक है. राजधानी एक्सप्रेस के बाद संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में सबसे ज्यादा लोग सफर करते हैं. इस ट्रेन को मधुपुर तक विस्तारित करने के लिए गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा था. लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश के 8 सांसदों ने संसदीय समिति की बैठक में इसका जमकर विरोध किया.
बीजेपी सांसदों के बीच जुबानी जंग
रेलवे की बैठक के बाद पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के बीच शीत युद्ध का माहौल बना हुआ है. निशिकांत ने वीडियो जारी कर संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के पटना में 9 घंटे तर बेकार में पड़े रहने का मुद्दा उछाला था. हालांकि रामकृपाल ने जवाब देते हुए कहा कि ट्रेन की साफ-सफाई और मेंटेनेंस में 6 घंटे लगते हैं. ऐसे में मधुपुर जाना और वापस आना संभव नहीं है. सांसद बिना तर्क के अपनी बात रख रहे हैं.
गोड्डा सांसद की मांग पर जनता में आक्रोश
रामकृपाल यादव के मुताबिक बिहार के लिए यह महत्वपूर्ण ट्रेन है. इसे कहीं शिफ्ट करने पर विचार नहीं हो सकता. अगर निशिकांत दूबे अपने क्षेत्र की जनता का भलाई चाहते हैं तो रेलवे से नई ट्रेन की मांग करें. उनके मांग का बिहार के सभी सांसद समर्थन करेंगे. रामकृपाल यादव ने कहा कि निशिकांत की मांग पर जनता में बेहद आक्रोश है.