पटना:भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय (Pandit Deendayal Upadhyay) की आज जयंती (Birth Anniversary) मनायी गई. इस अवसर पर पटना के ग्रामीण क्षेत्रो में बुथ स्तरीय कई कार्यक्रम आयोजित किये. इस मौके पर सांसद रामकृपाल यादव ने मसौढ़ी में पुस्तकालय का उद्घाटन (Library inaugurated in Masaurhi) किया. साथ ही कहा कि यह पुस्तकालय आज से पंडित दीनदयाल के नाम पर समर्पित होगा.
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बात दें कि पंडित दीनदयाल की 105वीं जयंती पर राजधानी पटना समेत ग्रामीण क्षेत्रों मे कई कार्यक्रम आयोजित किये गये. कई जगहो पर सेवा समर्पण के तहत कार्यक्रम हुए. इस मौके पर पंडित दीनदयाल के नाम एक पुस्तकालय उनके नाम पर समर्पित की गई. जिसका विधिवत उद्घाटन पाटलिपुत्रा सांसद रामकृपाल यादव ने किया.
इस दौरान मौके पर मौजूद रहे मसौढ़ी के पूर्व विधायक और 100 वर्ष पुरे करने वाले रामदेव यादव ने संयुक्त रूप से फीता काट कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया. इस पुस्तकालय में हर तरह किताबें जिसमें प्रतियोगिता परिक्षाओं की तैयारी, विभिन्न पाठ्यक्रमों कि किताबें के अलावा धार्मिक किताबें होगे.
सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि पंडित दीनदयाल का सपना मानववाद और अंत्योदय था. पीएम मोदी पंडित दीनदयाल के सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया. जिसको लेकर आज के दिन देश में गरीबों के उत्थान में तमाम अंत्योदय योजनाएं चल रही हैं. उन्होंने बताया कि जनधन, उज्ज्वला, प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, आयुष्मान योजना जैसी योजनाएं पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय विचार का अनुशरण हैं. जो गांव, गरीब, किसान और वंचित वर्ग के जीवन को आर्थिक समृद्ध बनाकर खुशहाल जीवन का आधार प्रदान करती हैं.
बता दें कि भारत में प्रत्येक वर्ष 25 सितंबर को अंत्योदय दिवस मनाया जाता है. यह दिवस पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती के तौर पर मनाया जाता है. पंडित दीनदयाल एक हिंदुत्ववादी विचारक और भारतीय राजनीतिज्ञ थे. उन्होंने हिंन्दू शब्द को धर्म के तौर पर नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति के रूप में परिभाषित किया. वे आरएसएस से भी जुड़े रहे. इनकी माता रामप्यारी और पिता भगवती प्रसाद उपाध्याय धार्मिक प्रवृति के थे.
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