पटना जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों के अधिकांश सीटें हैं खाली, कोरोना के कारण नहीं आ रहे यात्री
ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ की क्या कुछ स्थिति है. इस बारे में जानकारी देते हुए पटना जंक्शन के स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि जून के मध्य में दिल्ली जाने वाले लोगों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई. स्थिति ऐसी आ गई थी कि कई दिन राजधानी ट्रेन में बमुश्किल 70 से 75 लोग ही चढ़े.
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Published : Jul 2, 2020, 4:00 PM IST
पटनाः भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान यात्री ट्रेनों के परिचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया था. मगर अनलॉक-1 में कुछ ट्रेनों के परिचालन की मंजूरी दी. अनलॉक-1 के शुरुआती दिनों में ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ देखी गई. मगर अब स्थिति यह रह रही है कि अधिकांश ट्रेनों में सीटें काफी संख्या में खाली रह रही हैं.
वहीं, भारतीय रेल अभी के समय में सिर्फ कंफर्म टिकट वालों को ही ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दे रहा है और जिनका टिकट आरएसी या वेटिंग रह रहा है. उन्हें ट्रेन में नहीं चढ़ने दिया जा रहा है. कई लोग ऐसे भी रह रहे हैं जो कंफर्म टिकट के बावजूद यात्रा नहीं कर रहे हैं और यही वजह है कि ट्रेनों में सीटें खाली नजर आ रही हैं.
पटना जंक्शन
ट्रेनों की सीटें खाली पूर्व मध्य रेल के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन पटना जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों में भी यही नजारा दिख रहा है और अधिकांश ट्रेनों के काफी सीटें खाली नजर आ रही हैं. राजधानी और संपूर्ण क्रांति जैसे ट्रेनें जो पटना से खुलकर नई दिल्ली के लिए जाती हैं. इन ट्रेनों में भी 20 से 25% के लगभग सीट खाली रह रही हैं.
ट्रेनों में नहीं आ रहे यात्री ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ की क्या कुछ स्थिति है इस बारे में जानकारी देते हुए पटना जंक्शन के स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार ने बताया कि जून के मध्य में दिल्ली जाने वाले लोगों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई. स्थिति ऐसी आ गई थी कि कई दिन राजधानी ट्रेन में बमुश्किल 70 से 75 लोग ही चढ़े.
स्टेशन निदेशक डॉ. नीलेश कुमार
ट्रेन में सीट से ज्यादा पैसेंजर नहीं वहीं, नीलेश कुमार ने कहा कि धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है और अब दिल्ली जाने वाले ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ रही है. वहीं उन्होंने बताया कि पटना जंक्शन से जो सप्ताहिक ट्रेनें जाती हैं, जैसे कि अजीमाबाद एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस, इन ट्रेनों में थोड़ा रस देखने को मिल रहा है. मगर ट्रेन में सीट से ज्यादा पैसेंजर नहीं जा रहे हैं.
पेश है खास रिपोर्ट
ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या कम डॉ. निलेश कुमार ने बताया कि मुंबई के लिए जो लोकमान्य तिलक ट्रेन जाती है. उसमें ज्यादा रस नहीं दिख रहा है और सभी ट्रेनों की यही कुछ स्थिति है. वहीं उन्होंने बताया कि लोगों से पूर्व और अभी के समय की स्थिति को अगर देखें तो काफी व्यापक बदलाव नजर आ रहा है. ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या कम हुई है. पहले लोग ट्रेन में खड़े होकर भी सफर करते थे. मगर अभी सिर्फ कंफर्म टिकट वाले ही यात्रा कर रहे हैं. पटना जंक्शन के रिजर्वेशन काउंटर से भी पूर्व की अपेक्षा टिकट कम कट रहे हैं और अभी के समय टिकट रिफंड कराने वालों की भीड़ ज्यादा रह रही है.
राजधानी एक्सप्रेस में सीटों की कुल संख्या 1060 है जबकि संपूर्ण क्रांति ट्रेन में 1400 है. 02309 राजधानी एक्सप्रेस और 02393 संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में पिछले कुछ दिनों के दौरान सफर करने वाले यात्रियों की संख्या कुछ इस प्रकार हैं.
पैसेंजर बुक्ड एट पटना जंक्शन-- written as booked पैसेंजर बोर्डेड एट पटना जंक्शन-- written as boarded
date
train no
booked
boarded
29-06
2393
893
726
29-06
2309
513
465
28-06
2393
879
616
28-06
2309
424
150
27-06
2393
848
438
27-06
2309
343
228
26-06
2393
762
580
26-06
2309
251
219
25-06
2393
685
672
25-06
2309
181
154
बता दें कि इसके साथ ही पटना जंक्शन के रिजर्वेशन काउंटर से कटने वाली टिकटों के संख्या में भी कमी आई है और अगर 30 जून की बात करें तो दिन के 2 बजे तक टिकट बुकिंग के लिए 118 पर्ची में 188 पैसेंजर के टिकट बुक हुए. जिससे रेलवे को 70 हजार 480 रुपये की आमदनी हुई. वहीं टिकट रिफंड के लिए 116 पर्ची में 268 पैसेंजर का टिकट कैंसिल हुआ और रेलवे ने रिफंड के तौर पर यात्रियों को 163960 रुपए लौटाए.