पटना: विभिन्न राज्यों में फंसे 60 हजार 167 प्रवासी 40 ट्रेनों से आज बिहार आएंगे. गुरुवार को 34 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से करीब 46 हजार श्रमिक आए. सभी को प्रखंड क्वारंटीन सेंटर पर बसों के माध्यम से भेजा गया.
इस बीच आपको बता दें कि केंद्र सरकार देश में जारी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जाय या नहीं, इस पर विचार कर रही है. राज्यों ने भी अपनी परिस्थितियों के अनुसार केंद्र को सुझाव भेजे हैं. बिहार ने केंद्र सरकार को सुझाव भेजा है कि बिहार में लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाया जाए.
'ऐसे में प्रवासी मजदूरों की निगरानी आसान होगी'
बिहार सरकार ने केंद्र को पत्र लिखा है कि, 'बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार आ रहे हैं. यदि राज्य में लॉकडाउन लागू रहा तो इन प्रवासी मजदूरों पर निगरानी आसान होगा. साथ ही, जिन इलाकों में प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं उन्हें रेड जोन घोषित किया जाए.
दिल्ली से पैदल सुपौल जा रही महिला ने दिया बच्चे को जन्म
अपने और अपने परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए दिल्ली से बिहार के सुपौल पैदल चलकर आने वाली एक गर्भवती महिला किसी तरह सुरक्षित गोपालगंज तक तो पहुंच गई. लेकिन जब प्रसव पीड़ा प्रारंभ हुई तो परेशानी बढ़ गई. बाद में हालांकि महिला सदर अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया. महिला और उसका बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.
मास्क और PPE किट बेचना मजबूरी
लॉकडाउन के कारण व्यापारियों के आर्थिक हालात बिगड़ती जा रहे हैं. वहीं, कपड़ा व्यापारी अब अपना व्यापार बदलकर सड़कों पर मास्क सैनिटाइजर और पीपीई किट बेचते नजर आ रहे हैं. आर्थिक चपेट में कपड़ा व्यवसायी ऐसा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं.