पटना:बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र पर कोरोना महामारी का असर दिख रहा है. 3 अगस्त को सम्राट कन्वेंशन सेंटर के ज्ञान भवन में मानसून सत्र की शुरुआत होगी और उसी दिन समाप्त भी हो जाएगा. दरअसल, 11 बजे से विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी. 1 बजे से 2 बजे तक भोजना अवकास होगा. फिर 2 बजे से 4 बजे तक सदन की कार्यवाही संचालित होगी. यानी 4 घंटे में ही बिहार विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त हो जाएगा. सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. गेट पर ही गाड़ियों का सैनिटाइजेशन किया जाएगा.
5 घंटे चलेगी विधानसभा की कार्यवाही
बिहार विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार 11 बजे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय चौधरी संबोधन से सत्र की शुरुआत करेंगे. अध्याशी सदस्यों का मनोनयन और समितियों के गठन की घोषणा भी अध्यक्ष करेंगे. इसके बाद राजकीय कार्य और राजकीय विधेयक पेश किए जाएंगे. विधान सभा सचिवालय की ओर से जो जानकारी दी गई है. इसके अनुसार विधेयकों और बिलों की संख्या करीब दो दर्जन है. जिसे संबंधित विभाग के मंत्री पेश करेंगे.
राज्यपाल ने दे दी है मंजूरी
विधान सभा सचिवालय के अनुसार वैसे अध्यादेश जो दोनों सदनों की पिछली बैठक में पारित हो चुके हैं और उन पर राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है. विधानसभा सचिव सदन पर पटल पर रखेंगे. बिहार विधानसभा की विभिन्न समितियों की रिपोर्ट भी सदन पटल पर रखी जाएगी और उसके बाद वित्तीय कार्य होंगे. इसके तहत 2020-21 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी रखी जाएगी और फिर विनियोग विधेयक के माध्यम से खर्च की अनुमति सदन से ली जाएगी.
विधानसभा का लुक देने की कोशिश
भोजन अवकाश के बाद जब सदन की कार्यवाही 2 बजे से शुरू होगी, तब बाढ़ और कोरोना की समस्या पर 2 घंटे का वाद-विवाद और सरकार का उत्तर होगा. एक विषय पर एक घंटे का समय रखा गया है. सदस्य 45 मिनट चर्चा करेंगे, जबकि 15 मिनट में सरकार का उत्तर होगा और अंत में शोक सभा के साथ एकदिवसीय सदन की कार्यवाही समाप्त हो जाएगी. ज्ञान भवन में विधानसभा की कार्यवाही के लिए चेयर की व्यवस्था करने वाले सुरजीत के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया है और अंदर में विधानसभा का लुक देने की कोशिश की गई है.
विपक्ष बढ़ा सकती है मुश्किलें
बिहार विधानमंडल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब सदन की कार्यवाही विधानसभा और विधान परिषद में नहीं होगी. जबकि अन्य स्थान ज्ञान भवन में संचालित की जाएगी और सत्र एक ही दिन में समाप्त हो जाएगा. लेकिन कोरोना संक्रमण के केस जिस प्रकार से बढ़ रहे हैं और 14 जिलों में बाढ़ से लोग परेशान है. विपक्ष इस पर सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगी चुनौती
बता दें कि बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के साथ कई विधायक और मंत्री भी कोरोना संक्रमित हुए थे. जिसमें से कई अब निगेटिव भी हो चुके हैं. जेडीयू के विधायक ललन पासवान शनिवार को खुद कोरोना पॉजिटिव होने और होम क्वारंटीन में जाने की जानकारी दी. सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर ज्ञान भवन में विधानसभा की कार्यवाही कल 11 बजे से शुरू होगी. लेकिन मंत्रियों, विधायकों, विधान पार्षदों के साथ जितनी संख्या में विधानसभा और विधान परिषद के कर्मचारी आएंगे. फिर सुरक्षाकर्मी और सफाई कर्मी लगेंगे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन एक बड़ी चुनौती होगा. ऐसे गेट पर लगातार सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है और सुरक्षा की भी चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है.