पटनाः एक तरफ जहां कुछ लोग समाज को जाति धर्म के नाम पर बांटकर समाज में आपसी भाईचारे की मिसाल खत्म करने में लगे हैं, वहीं पटना का एक मुस्लिम शख्स ऐसे लोगों के लिए मिसाल गए हैं. जो धर्म और मजहब से ऊपर उठकर सभी को एक दूसरे से मिलजुल कर रहने का संदेश दे रहे हैं.
बचपन से ही था हिंदू धर्म में विश्वास
हम बात कर रहे हैं पटना के डुमरिया में रहने वाले बिहार सरकार के पर्यटन विभाग में चतुर वर्गीय कर्मचारी मोहम्मद तमन्ना की. इनकी आस्था जितनी अपने धर्म के पैगंबर मोहम्मद साहब में है, उतनी ही आस्था हिंदू धर्म में भी है. मोहम्मद तमन्ना का जन्म सर पेंटाइन रोड में हुआ था. बचपन से ही वह जाति धर्म मजहब में ज्यादा यकीन नहीं करते थे. मोहम्मद तमन्ना का मानना है कि जाति, धर्म और मजहब तो इंसान ने बनाया है, भगवान तो एक ही है.
खुद के पैसे से 1987 में किया मंदिर का निर्माण
सर पेंटाइन रोड स्थित हनुमान और शिव मंदिर में मोहम्मद तमन्ना रोजाना साफ सफाई और पूजा पाठ करते हैं. इस मंदिर की स्थापना मोहम्मद तमन्ना ने खुद के पैसे और चंदे से 1987 में की थी.उसी वक्त से हर दिन वो यहां पूजा पाठ करते हैं. मोहम्मद तमन्ना डुमरिया मस्जिद में भी साफ-सफाई और इबादत करते हैं. ऑफिस जाने के पहले वो मंदिर आते हैं, यहां पर साफ-सफाई पूजा-पाठ करते हैं फिर ऑफिस जाते हैं.