पटनाः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 1 फरवरी कोआम बजट पेशकर दिया है. बजट में ऐसे तो कई घोषणाएं की गई हैं, इसे अमृत काल का बजट बताया गया है लेकिन बिहार सरकार के मंत्री जयंत राज का कहना है कि बजट में बिहार की उपेक्षा की गई है. बिहार के विकास के लिए बजट में कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जदयू मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का यह आखिरी बजट था, इसमें तो बिहार की बात होनी चाहिए थी.
Union Budget 2023: 'मोदी सरकार को अपने आखिरी बजट में बिहार के लिए सोचना चाहिए था, 2024 में जनता देगी जवाब' - मंत्री जयंत राज ऑन बजट
संसद में पेश हुए आज के केंद्रीय बजट 2023 को जेडीयू नेता और मंत्री जयंत राज ने बिहार के लिए निराशाजनक बताया है. उन्होंने कहा कि बजट में विशेष राज्य के दर्जे को लेकर कुछ नहीं कहा गया है. इसलिए बिहार में बजट पर इसके कारण निराशा है. जनता इसका जवाब 2024 में देगी.
"जब हम लोग एनडीए सरकार में थे, उस समय सभी दलों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करा कर केंद्र को भेजा था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए और उसमें बीजेपी भी शामिल थी. लेकिन बजट में विशेष राज्य के दर्जे को लेकर कुछ नहीं कहा गया है. इसलिए बिहार में बजट पर इसके कारण निराशा है. बजट में ऐसी कोई बात नहीं दिख रही है जो बिहार के तरक्की में सहायक हो"-जयंत राज, मंत्री जदयू
2024 चुनाव में जनता जवाब देगीःजयंत राज ने ये भी कहा कि विशेष पैकेज विशेष मदद की मांग भी की गई थी, लेकिन बजट में कहीं कुछ दिख नहीं रहा है. अमृत काल का बजट कहे जाने पर जदयू मंत्री ने कहा तो क्या इससे पहले जब 8 बार उन्होंने पेश किया तो वह विष बजट था क्या. जयंत राज ने कहा कि बिहार की 13 करोड़ जनता को लेकर भी केंद्रीय सरकार को सोचना चाहिए था. बजट में कोई विचार नहीं किया गया है और इसलिए बिहार की जनता 2024 चुनाव में जवाब देगी.