पटनाःविधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का दलबदल लगातार हो रहा है. विपक्षी पार्टियों का सबसे पसंदीदा घर जदयू बना हुआ है. आरजेडी कांग्रेस, रालोसपा और अन्य दलों से लोग लगातार जदयू में शामिल हो रहे हैं. जदयू में शामिल होने वाले कांग्रेस विधायक सुदर्शन का कहना है कि नीतीश कुमार के विकास कार्यों से प्रभावित होकर कांग्रेस को छोड़ने का फैसला लिया.
'कांग्रेस में हो गए थे पूरी तरह उपेक्षित'
कांग्रेस विधायक सुदर्शन ने जदयू में शामिल होने के फैसले पर कहा कि मेरे परिवार की कई पीढ़ी कांग्रेस के साथ रही. लेकिन उनके जाने के बाद कांग्रेस ने हम लोगों को पूरी तरह अकेला छोड़ दिया. कांग्रेस में हम लोग पूरी तरह उपेक्षित हो गए थे.
2015 विधानसभा चुनाव में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मदद की और टिकट मिला था. नीतीश कुमार के विकास कार्य से लंबे समय से प्रभावित रहा हूं. इन्हीं सब के कारणों से जदयू में शामिल होने का फैसला लिया है.
टिकट मिलने के सवाल को टाल गए विधायक
जदयू में टिकट को लेकर किसी तरह का आश्वासन मिला है, इस सवाल पर सुदर्शन ने कहा कि समय आ रहा है पता चल जाएगा. विधायक से पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस में और भी टूट हो सकती है, इस पर सुदर्शन कुमार ने कहा कि अभी तो दो ही विधायक आए हैं, बाकी लोगों के बारे में पता नहीं है.
जदयू में शामिल हो रहे दूसरे दलों के नेता
जदयू के नेता ये लगातार कह रहे हैं की बेरिकेटिंग हटा दें तो जदयू में आने वालों का तांता लग जाएगा. बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के तरफ आरजेडी और कांग्रेस नेताओं का रुझान साफ दिख रहा है. पहले भी आरजेडी से सात विधायक और पांच विधान पार्षद जदयू में आ चुके हैं. कई वरिष्ठ नेता भी राजद का दामन छोड़ चुके हैं.