पटना:बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) के बीच लगातार जहरीली शराब से लोगों की मौत (Death Due To Poisonous Liquor In Bihar) हो रही है. होली के बाद अभी तक बिहार में कथित जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 41 हो चुकी है. भागलपुर, बांका, मोतिहारी और सिवान में जहरीली शराब ने तांडव मचाया हुआ है. शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब धड़ल्ले से बिक रही है. इसको लेकर गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल (Gopal Mandal Statement On Poisonous Liquor) ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे सिस्टम पर सवाल उठाया है. साथ ही कहा है कि जहरीली शराब से मौत के लिए लोग खुद जिम्मेदार हैं.
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भागलपुर में संदिग्ध स्थिति में 22 लोगों की मौत और मिल रही शराब की बोतलें के बीच विधायक गोपाल मंडल ने थानेदार और चौकीदार को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि कहा कि जबतक चौकीदार और थानेदार नहीं सुधरेगा, शराबबंदी सफल नहीं होगी. सरकार के निर्देशों का पालन प्रशासन नहीं कर रहा है. उन्होंने डीआईजी और एसएसपी से मांग की कि चौकीदार और थानेदार को सुधारिए. यह सरकार को बदनाम करने की साजिश है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
जहरीली शराब से मौत के सवाल पर विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि लोग खुद अपनी गलती से जान दे रहे हैं तो कोई उसे कैसे रोकेगा. सरकार ने पूरी तहर से दारू का ठेका बंद कर दिया है. इसके बावजूद लोग शराब पीकर मर रहे हैं तो सरकार क्या करेगी. विधायक ने लोगों से अपील की है कि शराब पीना छोड़ दें, यह जान ले लेगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दबाव में काम नहीं करते हैं. उन्होंने काजवलीचक धमाके पर कहा कि यह धमाका पटाखे का नहीं, बम का था. किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी. पुलिस को उन बिंदुओं पर भी जांच करनी चाहिए.