पटनाः अपहृत मोबाइल कंपनी के मैनेजर सुमन सौरभ को पटना रेल पुलिस ने आसनसोल से बरामद कर लिया है. अब तक पुलिस की हुई छानबीन में पटना स्टेशन पर मैनेजर के साथ किसी तरह की अपराधिक घटना के सबूत नहीं मिले हैं. घटना के उद्भेदन के लिए पटना पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में दानापुर रेल पुलिस उपाधीक्षक और अन्य पुलिस पदाधिकारियों की एक विशेष टीम एसआईटी गठित गई है, जो इस मामले की जांच करेगी कि आखिर किडनैपिंग की इस घटना में कौन लोग शामिल हैं और इसके पीछे की सच्चाई क्या है.
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सीसीटीवी फुटेज से हुए चौकाने वाले खुलासेः जांच में सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि 4 तारीख को मैनेजर सुमन रात 21:00 बजे पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 09 पर खड़े थे, जो गया जाने वाला रूट है, जबकि अपनी पत्नी को उन्होंने स्टेशन से ही फोन करके भागलपुर आने की बात कही थी और भागलपुर जाने वाली ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 06 पर खड़ी थी. अपहृत मैनेजर के मोबाइल नंबर के तकनीकी विश्लेषण से पता चला है कि उनके टावर का आखिरी लोकेशन गया के गुरारू में था. यहां के एक होटल में सुमन सौरभ रुके भी थे.
चार दिन से लापता थे मैनेजर सुमन सौरभ: आपको बता दें कि भागलपुर के रहने वाले एक मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सुमन सौरभ चार दिन से लापता थे, जब वो पटना में 4 तारीख को कंपनी की मीटिंग अटेंड करने आए थे, घटना के बाद उनके परिवार वालों ने पटना जंक्शन रेल थाना में अपहरण का मामला दर्ज काराया था. परिवार के लोगों ने बताया था कि आखिरी बार उन्होंने रात में पटना जक्शन से ही अपनी पत्नी से बात की और सुबह भागलपुर पहुंचने को बात कही. लेकिन सुबह वो घर नहीं पहुंचे तो परिवार वाले परेशान हो गए.
मामले के उद्भेदन के लिए एसआईटी गठितः घर वालों के मुताबिक बाद में उनके ही मोबाइल से अपह्रकर्ता ने 25 लाख की फिरौती की मांगी थी और जान से मारने की धमकी दी थी. जिसके बाद परिवार वाले काफी परेशान थे. मामला दर्ज होने के बाद पटना रेल थाना पुलिस ने 24 घंटे के अंदर उन्हें आसनसोल से बरामद कर लिया, लेकिन मामले की जांच अभी पूरी नहीं हुई. मामले के उद्भेदन के लिए एसआईटी गठित की गई है, जो पूरे मामले का खुलासा करेगी.