पटना: जिले के धनरुआ प्रखंड अंतर्गत साई में आयोजित जीविका द्वारा आयोजित रोजगार मेले में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने सरकार के विभिन्न रोजगार के आंकड़ों को लोगों के सामने रखा. उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने को लेकर जीविका द्वारा गांव के बेरोजगार महिला और युवाओं को स्वरोजगार के लिए सरकार बढावा दे रही है.
यह भी पढ़ें:-बिहार का एक ऐसा गांव, जहां निकाह के लिए पलायन करते हैं लोग, जानें क्या है वजह
'बिहार में बेरोजगार युवाओं और गांव-गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बिहार सरकार जीविका के माध्यम से कई योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है. पूरे राज्य भर में 8 लाख 52 हजार स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है. जहां एक करोड़ परिवार को इस से जोड़ा गया है. बिहार सरकार डेढ़ करोड़ परिवार का लक्ष्य बनाते हुए इस दिशा में अग्रसर है.' -श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री.
लोगों को संबोधित करते मंत्री श्रवण कुमार स्वयं सहायता समूह गठित कर लोगों को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर
इस रोजगार मेले में आए लोगों को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार कौशल विकास कार्यक्रम कर लोगों को रोजगार के प्रति उन्मुख बना रही हैं. साथ ही गांव गांव की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने को लेकर बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां बैंकों से लोन लेती है. लेकिन लोन चुकता करने के लिए वह इंतजार करती है कि कब सरकार सब्सिडी दे. लेकिन स्वयं सहायता समूह बैंक से लोन लेती है और समय पर उन्हें चुकता कर रही है. पूरे बिहार में 58 प्रतिशत लोग स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर लोन लेकर जमा कर रही हैं. राज्य में महिला सशक्तिकरण का इससे बड़ा उदाहरण नहीं मिल सकता है. बिहार में जीविका दीदी अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं.
यह भी पढ़ें:-बोतल से बाहर आया विस चुनाव में हुए घोटाले का जिन्न, अधिकारियों को आई चारा घोटाले की याद
रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष पर हमला
वहीं रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष पर हमला करते हुए नाम लिए बिना ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि 15 साल तक जिन्होंने शासन किया, उस समय जो रोजगार के आंकड़े थे और आज नीतीश के सरकार में जो रोजगार के आंकड़े हैं, दोनों में तुलना किया जा सकता है. वहीं उन्होंने कहा कि रोजगार मेला लगाकर जगह-जगह पर बेरोजगार युवाओं को रोजगार का मौका दिया जा रहा है और इसे गांव-गांव में प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि रोजगार नहीं मिला. जबकि आज हालात यह हैं कि पूरे राज्य भर में स्वयं सहायता समूह गठित कर लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. धनरुआ में आयोजित रोजगार सह मार्गदर्शन मेले में प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि शाहिद आलम, ललन सिंह, पप्पू गांधी, सीडीपीओ और जीविका के सभी पदाधिकारी गण मौजूद रहे.