पटना:नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के नाम पत्र लिखे जाने पर बिहार की सियासत गरमा गई है. अब सत्तापक्ष नेता प्रतिपक्ष को कटघरे में खड़ा कर रहा है. ग्रामीण विकास मंत्री और नीतीश कुमार के काफी करीबी श्रवण कुमार ने कहा कि घटना शर्मनाक जरूर थी, लेकिन जो लोग सदन के अंदर नियम या नियमावली से काम नहीं करते हैं, उनके द्वारा यह घटना आयोजित की गई.
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''जिस तरह से नेता प्रतिपक्ष ने अपने विधायकों को हंगामा करने के लिए उकसाया था, उसका दृश्य राज्य की जनता ने देख लिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पार्टी के सदस्यों को सदन के नियम से कोई सरोकार नहीं है. जिस तरह की हरकत विपक्ष के नेताओं ने की, वह शर्मनाक है''- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
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सत्तापक्ष के निशाने पर तेजस्वी
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विधानसभा परिसर विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा संचालित होता है. लेकिन तेजस्वी यादव पूरे मामले की संलिप्तता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जोड़ कर बता रहे हैं. उनके विचार पर हंसी आती है कि जिस परिसर में मुख्यमंत्री का कोई हस्तक्षेप नहीं हो सकता, वहां उनके इशारे पर कोई घटना क्यों होगी. मुख्यमंत्री हमेशा पुलिस बिल पर बहस करने की बात करते रहे. लेकिन विपक्ष ने अपनी हठधर्मिता के कारण विधानसभा परिसर में शर्मनाक घटना को अंजाम दिया.