पटना:बिहार के उद्योग मंत्री (Industry Minister) सैयद शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने मंगलवार को राजस्थान के भीलवाड़ा में मेवाड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Mewar Chamber Of Commerce & Industry) से जुड़े उद्योगपतियों के साथ बैठक की. इस दौरान उनके समक्ष बिहार की प्रस्तावित टेक्सटाइल पॉलिसी को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया गया.
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उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने विश्व प्रसिद्ध टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा में उद्योगपतियों से संवाद करते हुए कहा, बिहार को पुराने नहीं, नए चश्मे से देखें. मुख्यमंत्री नीतीश के अब तक के कार्यकाल में बिहार बदल चुका है. बिहार में टेक्सटाइल उद्योग के लिए अपार संभावनाएं हैं. बिहार टेक्सटाइल सेक्टर के उद्योगपतियों के लिए निवेश का सबसे आकर्षक डेस्टिनेशन साबित होगा.
"बिहार और बिहार के आसपास बहुत कुछ ऐसा है जो इस राज्य को टेक्सटाइल सेक्टर के उद्योगों के लिए बेहद अनुकूल बनाता है. बिहार के पास टेक्सटाइल सेक्टर के लिए प्रशिक्षित श्रमशक्ति है तो उत्पादन लागत कम रहे, इसके अनुकूल भी वातावरण है. टेक्सटाइल हब बनाने के लिए बिहार में अनुकूल परिस्थितियां हैं तो जल्द हम बहुत ही आकर्षक टेक्सटाइल पॉलिसी भी लाने वाले हैं. जो बिहार को टेक्सटाइल उद्योग के लिए निवेश की प्राथमिकता सूची में पहला डेस्टिनेशन बनाएगा."- सैयद शाहनवाज हुसैन, उद्योग मंत्री
उद्योग मंत्री ने कहा कि कपड़ा उद्योग श्रम शक्ति प्रधान उद्योग है. इसमें प्रशिक्षित और अर्थ प्रशिक्षित श्रमिकों की जरूरत बहुत अधिक होती है और इस मामले में बिहार पूरे देश में सबसे आगे है. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान देश के अन्य हिस्सों से अपने राज्य लौटे बिहार वासियों में 56 प्रतिशत सिर्फ टेक्सटाइल सेक्टर के प्रशिक्षित लोग हैं. मंत्री ने कहा कि बिहार की प्रचुर श्रम शक्ति और अन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर कंपनियां निर्माण लागत बेहद कम रखकर बाजार की प्रतिस्पर्धा में खुद को मजबूती से खड़ा कर सकती हैं.