पटना: दरभंगा में बनने वाले बिहार के दूसरे एम्स को लेकर जल संसाधनमंत्री संजय झा ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि चुनाव को लेकर शिलान्यास की बात की जा रही है, जबकि सच तो ये है कि बीजेपी को मिथिला के लोगों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने दावा किया कि केंद्र से अधिक राशि राज्य सरकार खर्च कर रही है.
दरभंगा एम्स को लेकर बीजेपी पर भड़के संजय झा: बीजेपी की ओर से दरभंगा एम्स के शिलान्यास की तिथि पूछी जा रही है, इस पर संजय झा ने कहा कि उन्हें इसी में मास्टरी है. यदि उन्हें दरभंगा एम्स को लेकर चिंता होती तो अप्रैल में ही मंजूरी दे देते और अभी जो उन्होंने पत्र भेजा है, उसमें भी दूसरी जमीन की बात की है. मंत्री ने कहा कि दूसरी जमीन नहीं मिलने पर इसी जमीन को सारी सुविधाओं के साथ देने के लिए कहा है. यही चीज उन्हें अप्रैल में कर देना चाहिए था. अगर वैसा हो जाता तो अभी तक निर्माण शुरू हो गया रहता.
'केंद्र से अधिक राशि राज्य सरकार की राशि खर्च': संजय झा ने कहा कि दरभंगा एम्स में जितनी राशि केंद्र सरकार दे रही है, उससे अधिक बिहार सरकार राशि खर्च कर रही है. जमीन में मिट्टी भराई में ही 309 करोड़ की राशि का टेंडर किया गया है. इसके अलावा जमीन का कॉस्ट और फिर दरभंगा एम्स तक कनेक्टिविटी इस पर भी बिहार सरकार बड़ी राशि खर्च कर रही है.
"बीजेपी और मोदी सरकार को मिथिला के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है. अगर चिंता रहती तो अभी तक दरभंगा एम्स के निर्माण का कार्य भी शुरू हो जाता. जितनी राशि केंद्र सरकार इसके लिए दे रही है, उससे कहीं अधिक पैसे तो राज्य सरकार खर्च कर रही है. अब जब केंद्र की ओर से इस बाबत पत्र आया है तो जल्द ही इसमें निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा"- संजय झा, जल संसाधन मंत्री
'जल्द निर्माण शुरू होगा दरभंगा एम्स का कार्य':मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब इस साल जनवरी में समाधान यात्रा में गए थे, तभी शोभना बाइपास की जमीन को उन्होंने खुद देखा था और उसे एम्स के लिए उपयुक्त बताया था लेकिन केंद्र सरकार की टीम ने उसे अस्वीकृत कर दिया. अब केंद्र सरकार की ओर से पत्र आया है तो जल्द ही इसमें निर्माण कार्य शुरू होगा. दरभंगा में एम्स के निर्माण का मामला जमीन के कारण पिछले कई सालों से विवाद में रहा है लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से स्वीकृति दिए जाने के बाद दरभंगा में एम्स बनने का रास्ता एक तरह से साफ हो गया है.