पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद एक मंत्री पद के लिए नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. सोनबरसा राज सुरक्षित सीट से जेडीयू के एमएलएरत्नेश सदा को मंत्री बनाया गया है. शपथ ग्रहण के बाद रत्नेश सदा ने कहा कि हमारी प्राथमिकता विभाग में जो भी काम अधूरे बच गए हैं, उसे जल्द से जल्द पूरा करना होगा.
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बोले रत्नेश सदा- 'अधूरे काम होंगे पूरे': रत्नेश सदा ने कहा कि हमारा समाज जो नहर, पाइन, आहर पर बसा है, वैसे भूमिहीन के लिए ज्यादा काम करेंगे.नीतीश कुमार ने दो तरीके से भरोसा जताया है. एक मांझी के जाने के बाद समाज का वोट बैंक ना जाए, दूसरा sc-st विभाग में बेहतर काम और योजनाओं को जमीन पर उतारने की बड़ी जिम्मेदारी होगी.
"मुख्यमंत्री ने जो विश्वास जताया है, उस पर हम खरा उतरेंगे. मेरे क्षेत्र की जनता ने तीन बार हम पर भरोसा जताया है और इसको देखते हुए ही मुख्यमंत्री ने मुझे जिम्मेवारी दी है मुझ पर विश्वास जताया है."- रत्नेश सदा, मंत्री, बिहार सरकार
'मांझी के जाने का पार्टी पर नहीं होगा कोई असर':जीतन राम मांझी के जाने का कितना असर होगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोई चुनौती नहीं है. जीतन राम मांझी से महादलित वर्ग खफा है. 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक है, मुख्यमंत्री को किस भूमिका में देखना चाहते हैं? इस पर रत्नेश सदा ने कहा मुख्यमंत्री तो विपक्ष को एकजुट बीजेपी को भगाने के लिए कर रहे हैं. अभी पीएम मैटेरियल नहीं है जब होंगे तो बता देंगे.
नीतीश का मास्टर स्ट्रोक: जीतन राम मांझी के काट के रूप में नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को मंत्री पद की बड़ी जिम्मेवारी दी है. क्योंकि दोनों एक ही समाज से हैं. एक तरह से जीतन राम मांझी ने जो अपने बेटे का इस्तीफा दिलाकर झटका दिया था, उसपर नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को मंत्री बना कर मास्टर स्ट्रोक खेला है.