पटना: राज्य में खतरनाक बना एईएस के बाद मुजफ्फरपुर के शाही लीची पर सवाल उठने लगे हैं. बच्चों की मौत में लीची पर उठ रहे सवाल के बाद राज्य सरकार ने जांच कराने का फैसला लिया है. इस पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों और कृषि वैज्ञानिकों को जांच करने के निर्देश दिए हैं. वैज्ञानिकों की उच्चस्तरीय टीम मुजफ्फरपुर जाएगी और जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देगी. कृषि मंत्री ने हमारे संवाददाता अविनाश से एक्सक्लूसिव बातचीत में इसकी जानकारी दी.
पटना: AES के कारण लीची पर उठ रहे सवाल, कृषि मंत्री ने दिये जांच के आदेश - Agricultural Scientist
मुजफ्फरपुर में एईएस से अबतक 168 बच्चों की मौत हो गई है. लगातार हो रही मौत के लिए लीची भी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है. इसी कारण कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं.
मुजफ्फरपुर में एईएस से अबतक 168 बच्चों की मौत हो गई है. लगातार हो रही मौत के लिए लीची भी एक प्रमुख कारण बताया जा रहा है. इसी कारण कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने अपने अधिकारियों को जांच कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि हॉर्टिकल्चर विभाग के वैज्ञानिक इसकी जांच करेंगे और वह जांच में यह देखेंगे कि लीची की कोई भूमिका एईएस में है या नहीं. यदि बच्चों की मौत में लीची की कोई भूमिका होगी तो कृषि वैज्ञानिक उससे निपटने के उपाय करेंगे. लेकिन शाही लीची को लेकर जिस ढंग से बिहार और बिहार से बाहर सवाल उठ रहे हैं. सबसे पहले एईएस वैज्ञानिक उसका जवाब देंगे.
बच्चों की मौत से हम आहत हैं- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बच्चों की मौत पर हमसब दुखी हैं. सरकार उसके बचाव के लिए कार्य कर रही है. लीची बिहार के किसानों का पारंपरिक फसल है. इसे बाहर भी भेजा जाता है. लेकिन हाल के दिनों में जो घटना घटी है और उसपर सवाल उठने लगे हैं. यह निश्चित तौर पर जांच का विषय है. हम वैज्ञानिकों की एक टीम भेजकर इसकी जांच करवायेंगे. शाही लीची किसानों के आमदनी का एक बड़ा स्त्रोत है. ऐसे में जांच रिपोर्ट आने के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे.