पटनाःबिहार सहित अन्य राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश की सभी नदियां उफान पर है. कई जगह बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बिहार में एक बार फिर से हाई अलर्ट जारी किया गया है. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बताया कि यूपी सीमा के पास गंडक नदी पर बना बांध टूटने के कगार पर है. पश्चिम चंपारण के पास यूपी के इलाके में बांध टूटने का खतरा मंडरा रहा है.
गंडक बांध के संदर्भ में जानकारी देते जल संसाधन मंत्री संजय झा विभागीय मंत्री ने कहा कि इस संदर्भ में यूपी सरकार से बात करने की कोशिश की गई है. हालांकि अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला है. यह बांध यूपी की सीमा पर स्थित है, इसके टूटने से पश्चिम चंपारण जिले के पांच पंचायत और यूपी के बड़े इलाके में भारी तबाही हो सकती है. स्थिति को देखते हुए इंजीनियर की तैनाती की गई है. इस संबंध में कुशीनगर के जिलाधिकारी को भी अवगत करा दिया गया है. भले ही यूपी सरकार से कोई मदद नहीं मिले, लेकिन अपने इलाके में बांध को लेकर सरकार चिंतित है.
गंगा के जलस्तर में कमी
वहीं, दूसरी नदियों में आये उफान के सवाल पर जल संसाधन मंत्री ने कहा कि कल तक गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर था. फरक्का बांध के गेट खोलने के बाद जलस्तर में कमी आई है. यूपी सरकार के कामकाज पर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने सवाल खड़े किए हैं. मंत्री ने बताया कि यूपी के इंजीनियरों की सुस्ती के कारण बिहार में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है. यूपी स्थित अम्मा में गंडक नदी पर लगभग 10 किलोमीटर के क्षेत्र में पानी बांध के ऊपर से बह रहा है.
यूपी में जाकर काम कर रहे बिहार के इंजीनियर
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि यूपी की तरफ से बांध देखने वाला कोई नहीं है. बांध कभी भी टूट सकता है. इससे बेतिया के ठाकराहा प्रखंड के लगभग पांच पंचायत में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो रहा है. खतरे को देखते हुए इंजीनियरों की टीम भेजी गई है. अपने इलाके को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया गया है. हालांकि यूपी सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिल रही है. बांध टूटने पर बिहार के साथ-साथ यूपी का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो जाएगा. बिहार के इंजीनियर मटेरियल लेकर बांध की मरम्मत करने में लगे हैं.