पटना: बिहार सरकार लाख दावा कर ले कि राजधानी पटना में जलजमाव ( Water Logging in Patna ) नहीं होगा, लेकिन हर बार यह दावा फेल होता है. शुक्रवार की रात महज दो घंटे की बारिश में पटना नगर निगम ( Patna Municipal Corporation ) के जल निकासी के दावों की पोल खुल गई. जिसे लेकर पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Minister Nitin Navin ) ने कहा है कि जलजमाव में जो भी अधिकारी दोषी होंगे, उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
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दोषी अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि नगर विकास विभाग, बुडको, पथ निर्माण के साथ नगर निगम तालमेल बनाकर कार्य कर रही है. 99% शहर के पानी का निकासी हो चुका है. कुछ जगह निचले इलाके में पानी लगा है, उसे भी निकालने की कवायद जारी है.
'विपक्ष का काम है सिर्फ आरोप लगाना. जलजमाव से निपटने की हमारी तैयारी पूर्ण है. हालांकि जो जल जमाव हुआ वो महज 3 से 4 घंटे में नालों से पानी निकल गया है. वहीं कई जगहों पर काम पूरा नहीं था. इस पर मंत्री ने कहा कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई होगी.':- नितिन नवीन, पथ निर्माण मंत्री
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दर्जनभर इलाकों में हो गया था जलजमाव
बता दें कि दो साल पहले राजधानी पटना के डूबने के बाद आज के मौजूदा हालात अलग हैं. नगर निगम हो या बिहार सरकार संप हाउस और नालों को साफ करने में जुटी है. इसी दौरान बीते दिनों राजधानी पटना समेत बिहार में भीषण बारिश से राजधानी पटना के कई पॉश इलाके और खास तौर पर विधानमंडल सहित डिप्टी सीएम रेनू देवी का आवास भी जलमग्न हो गया. उसके बाद विपक्ष और आम जनता के निशाने पर बिहार की सरकार है.
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