पटना:बिहार में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच मुलाकात के बाद जेडीयू कोटे से मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि जल्द ही एनडीए में सीटों का ऐलान हो जाएगा. कहीं से कोई परेशानी नहीं है. लोजपा को लेकर बने सस्पेंस पर उन्होंने कहा कि किसी के साथ कोई विवाद नहीं है, एनडीए एकजुट है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए इस बार चुनाव में जाएगा.
मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि मुख्यमंत्री और बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बीच बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में बैठक हुई है. जल्द ही सीटों का ऐलान भी हो जाएगा. सीटों को लेकर एनडीए में कहीं से कोई परेशानी वाली बात नहीं है. लोजपा को लेकर महेश्वर हजारी ने कहा कि चिराग पासवान ने खुद बयान दिया है कि बीजेपी जो तय करेगी उसे मानेंगे, ऐसे में किसी तरह का कोई विवाद अब नहीं है और शीर्ष नेता सभी चीजों को तय कर लेंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के चुनाव लड़ने की बात हो रही है, लेकिन बीजेपी यह नहीं कह रही है कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री भी बनाएंगे. इस पर मेश्वर हजारी ने कहा कि वे तो पहले कह रहे थे कि एनडीए एक साथ नहीं रहेगा, अब कुछ और कह रहे हैं. विपक्ष का काम है कुछ भी कहते रहना, कहने दीजिए.
नीतीश के नेतृत्व में एनडीए लडेगा चुनाव
मुख्यमंत्री के साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बिहार बीजेपी के दिग्गज नेताओं के बीच बातचीत में कई मुद्दों पर सहमति बनी है. जेपी नड्डा और नीतीश कुमार के बीच बंद कमरे में भी कुछ देर बात हुई है. कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा, इस पर भी चर्चा हुई है. सूत्रों की माने तो जल्द ही एक बैठक और होगी और सीटों शेयरिंग के मसले पर मुहर लग जाएगी. नीतीश कुमार और जेपी नड्डा के बीच चिराग पासवान को लेकर भी बातचीत हुई है. चिराग पासवान और बीजेपी नेताओं की बातचीत के बाद सारे मामले को सुलझाने की कोशिश होगी. ऐसे नीतीश कुमार के नेतृत्व में अब एनडीए चुनाव मैदान में जाएगा इसमें कहीं कोई संशय नहीं रह गया है.
जारी है सीट बंटवारे को लेकर अटकलों का दौर
बीजेपी चाह रही है कि जेडीयू और उसके बीच बराबर-बराबर सीटों का बंटवारा हो, लेकिन बड़े भाई की भूमिका में होने के कारण नीतीश कुमार को कुछ सीटें अधिक भी मिल सकती है. एनडीए में सीटों का जो बटवारा होगा उसमें जदयू को 110 सीट के आसपास मिलने की खबर है. वहीं बीजेपी 102 सीट ले सकती है. शेष 31 सीटों में ही लोजपा और मांझी की पार्टी के बीच बंटवारा होगा. इसके साथ जल्द ही राज्यपाल कोटे के 12 सीटों पर भी फैसला हो जाएगा. लोजपा और मांझी को विधान परिषद की सीटें भी मिल सकती है.