पटनाः भवन निर्माणमंत्री अशोक चौधरी(Minister Ashok Chaudhary) ने कहा कि नीति आयोग किस तरह रिपोर्ट (Bihar NITI Aayog Report) बनाती है ये हम नहीं जानते. लेकिन इंडिया टुडे ने जो बिहार को लेकर रिपोर्ट बनाई है, उसमें बिहार को आगे दिखाया गया है. नीति आयोग अपना मानक बताएं जिसके तहत उन्होंने बिहार को फिसड्डी बताया है.
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'नीति आयोग की रिपोर्ट इस तरह से आने का कारण क्या है हम नहीं जानते हैं. लेकिन हमने बिहार को आगे बढ़ाया है. हजारों किलोमीटर सड़क बनी है. 25 हजार से ज्यादा प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं और विपक्ष को कुछ दिखता ही नहीं है तो हम क्या करें'-अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी जनता जानती है कि हमने क्या क्या काम बिहार के लिए किए हैं. सब सामने है इसके वाबजूद कोई कुछ कहे गलत है. हम नहीं मानेंगे, हम काम कर रहे हैं करते रहेंगे. जनता विपक्ष को जवाब देती रहेगी.
दरअसल पिछले दिनों आई नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 51.91% लोग गरीबी रेखा से नीचे है. बिहार में कुपोषित लोगों की संख्या में सबसे ज्यादा है. स्कूली शिक्षा समेत दूसरे कई इंडेक्स में भी बिहार फिसड्डी साबित हुआ है. हालांकि बिहार विकास दर के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर अव्वल है.
2020-21 में स्थिर मूल्य पर राज्य की आर्थिक विकास दर 10.5 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. वर्तमान मूल्य पर यह दर 15.4% है. इसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने में लगा है.
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बता दें कि आज सोमवार से बिहार विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही शुरू हुई है. जहां सभी दल के विधायक पहुंचे थे. वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी से जब पत्रकारों ने नीति आयोग की रिपोर्ट पर सवाल किए तो उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि नीति आयोग की रिपोर्ट इस तरह से आने का कारण क्या है. विकास को मापने का उनका मानक क्या है. लेकिन विकास होने के बावजूद अगर विपक्ष को विकास नजर नहीं आता तो हम क्या करें.