पटना: बिहार में खेल को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है. राज्य में खिलाड़ियों की इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी की वजह से प्रतिभा निखर नहीं पा रही है. इसलिए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने निर्णय लिया है कि जिस खेल का बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है, उस खेल के खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए सरकारी खर्चे पर प्रैक्टिस के लिए खिलाड़ियों को दूसरे राज्यों में भी भेजा जाएगा. इसके साथ ही यदि किसी खेल विधा में राज्य में प्रशिक्षक नहीं है, तो अन्य राज्यों और विदेशों से खेल प्रशिक्षक भी बुलाये जाएंगे. जिससे बिहार के प्रशिक्षकों और खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर सकें.
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खेल मंत्री ने नये खेलों के प्रशिक्षण लेने की बात कही: कला, संस्कृति एवं युवा मंत्री आलोक रंजन झा ने बताया कि बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के द्वारा प्रथम राज्य स्तरीय राजा कर्ण तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इस आयोजन को अगस्त माह में पद्मश्री कुंजी रानी देवी की देखरेख में किया जायेगा. इस आयोजन के तहत भारोत्तोलन प्रशिक्षण केंद्र का आयोजन होगा. मंत्री ने बताया कि डीफ ओलंपिक पदक विजेता रितिक आनंद को चेतन आनंद बैडमिंटन अकादमी हैदराबाद में उच्च प्रशिक्षण के लिए बिहार सरकार ने भेजा है. उन्होंने कहा कि राज्य में प्राथमिकता सूची में शामिल खेलों के अलावे कुछ और खेल जैसे तलवारबाजी, कुश्ती, मुक्केबाजी और पैरालंपिक खेलों को प्राथमिकता सूची में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है.
बिहार में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी: वहीं मंत्री आलोक रंजन झा ने कहा कि प्रदेश में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है. जब बिहार से झारखंड राज्य अलग हुआ तो खेल के लिए जितने भी बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर थे, वह झारखंड में चले गए. इसके बाद बिहार में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करने का काम किया जा रहा है. सरकार ने निर्णय लिया है कि खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी की वजह से प्रदेश में खिलाड़ियों की प्रतिभा को कुचलने नहीं दिया जाएगा और देश में जहां कहीं भी उस खेल के बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद होंगे, वहां पर खिलाड़ियों को सरकारी खर्च पर प्रैक्टिस के लिए भेजा जाएगा. जिससे खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को निखार पाये और प्रदेश और देश के लिए मेडल जीत सके.
'प्रदेश में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर की काफी कमी है. जब बिहार से झारखंड राज्य अलग हुआ तो खेल के लिए जितने भी बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर थे, वह झारखंड में चले गए. इसके बाद बिहार में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करने का काम किया जा रहा है'.-कला, संस्कृति एवं युवा मंत्रीआलोक रंजन झा