पटना: देश के विभिन्न राज्यों से बिहार के प्रवासियों का घर लौटने का सिलसिला जारी है. बिहार में कई ट्रेनें हरियाणा समेत कई राज्यों से बिहार आयेंगी. इन ट्रेनों में हजारों प्रवासी मजगूर और छात्र आयेंगे. शनिवार को 15 ट्रेनों के आने की सूचना है, जिनमें 18,115 लोगों के आने की सूचना है. अब तक 1 मई से 7 मई तक 53 ट्रेनों से 62,274 लोग बिहार आ चुके हैं.
इस बीच, सूचना सचिव ने कहा कि विदेश से वापस बिहार आने वाले लोगों की सूचना विदेश मंत्रालय ने राज्य सरकार को दी है. ऐसे 2075 लोग वापस बिहार आएंगे, जिनमें 632 लोग यूक्रेन से, बंग्लादेश से 480 एवं 360 लोग ओमान से एवं अन्य देशों से वापस आएंगे, ये सभी लोग गया पहुंचेंगे. गया में हीं इनके लिए क्वारांटिन की व्यवस्था की गई है. हालांकि इनके आने की तारिख अभी तय नहीं है.
कोटा में फंसे 8 हजार श्रमिक
वहीं, राजस्थान के कोटा में बिहार से आए अलग-अलग कामों में लगे 8 हजार मजदूर हैं. लॉकडाउन के बाद इनसे रोजी-रोटी छिन चुकी है. ऐसे में ये मजदूर सरकार से छात्रों की तरह ही घर भेजने के लिए गुहार लगा रहे हैं. कोटा से अभी तक 10 ट्रेनें छात्रों को लेकर रवाना हो चुकी है, लेकिन श्रमिकों के लिए एक भी ट्रेन रवाना नहीं हुई है. ऐसे में शुक्रवार को कुछ श्रमिक जो कि बिहार के रहने वाले थे, सड़कों पर भी उतरे और अपनी नाराजगी जाहिर की है.
बिहार से तेलंगाना पहुंचे 250 प्रवासी श्रमिक
देश में लॉकडाउन के कारण विभिन्न हिस्सों से प्रवासी मजदूर अपने गृहराज्य लौट रहे हैं. वहीं ऐसे समय में बिहार से करीब 250 प्रवासियों को लेकर ट्रेन शुक्रवार को तेलंगाना पहुंची. तेलंगाना के चावल मीलों में काम करने वाले श्रमिकों को ले जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित लिंगमपल्ली स्टेशन पर पहुंची.