पटना:बिहार कांग्रेस(Bihar Congress) को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है. दरअसल मदन मोहन झा का कार्यकाल कुछ ही दिनों में समाप्त हो रहा है, लिहाजा नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर तेजी से मंथन हो रहा है. पटना से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस के बड़े नेता नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन में लगे हुए हैं. पहले जहां कांग्रेस के विधायक राजेश राम का नाम सबसे आगे था, वहीं अब लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार (Former Speaker of Lok Sabha Meira Kumar) रेस में सबसे आगे बताई जा रही हैं.
ये भी पढ़ें: खतरे में बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी? दास करेंगे बड़ा बदलाव!
मीरा कुमार का नया प्रदेश अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है. हालांकि इसको लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने कांग्रेस के बड़े नेताओं से बात करने की कोशिश की तो, कैमरे के सामने आकर कोई भी नेता कुछ बोलने से परहेज करते नजर आए. लेकिन इतना जरूर कहा कि इस बार बिहार में कोई दलित नेता ही कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनेगा.
इससे पहले सूची बिहार प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) ने कांग्रेस आलाकमान को जो लिस्ट सौंपी थी, उसमें कांग्रेस विधायक राजेश राम, विधायक शकील अहमद खान, विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा, राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह और समीर कुमार सिंह का भी नाम सामने आया था, लेकिन सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अब नए चेहरे के रूप में मीरा कुमार का नाम सबसे आगे है.
ये भी पढ़ें: बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष के लिए 4 नामों की भेजी गई लिस्ट, इनकी नाम पर लग सकती है मुहर
आपको बता दें कि 1985 से राजनीति में आनेवाली मीरा कुमार देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की पुत्री हैं. वो देश की पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष भी रह चुकी है. मीरा कुमार का जन्म 31 मार्च 1945 को पटना जिले में हुआ था. पेशे से वकील मीरा ने अपनी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाऊस कॉलेज और इन्द्रप्रस्थ कॉलेज से संपन्न की है. बेजोड़ खेल-प्रतिभा की धनी मीरा कुमार एक अच्छी कवियित्री भी हैं. वर्ष 1968 में मीरा कुमार का विवाह उच्चतम न्यायालय के वकील मंजुल कुमार से हो गया था. इनकी 2 पुत्रियां और एक पुत्र हैं.
साल 1973 में विदेश सेवा में शामिल होने के कारण मीरा कुमार स्पेन, लंदन और मॉरिशस जैसे कई देशों में नियुक्त रहीं और साथ ही बेहतर प्रशासक भी साबित हुईं. 1977 से 1979 तक मीरा कुमार ने लंदन के भारतीय उच्चायोग और 1980 से 1985 तक विदेश मंत्रालय में भी अपनी सेवाएं दीं. चुनावी राजनीति में मीरा कुमार का आगमन 1985 में हुआ. इन चुनावों में मीरा कुमार ने मायावती और रामविलास पासवान जैसे मजबूत प्रतिनिधियों को हराकर बिजनौर सीट पर विजय प्राप्त की थी.
इसके अलावा दिल्ली की करोल बाग सीट से भी मीरा कुमार तीन बार विजयी हुईं. 2003 और 2009 के चुनावों में मीरा कुमार अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र सासाराम से चुनाव लड़ीं, जहां उन्हें बहुमत प्राप्त हुआ. वर्ष 2004 से 2009 तक मीरा कुमार सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में भी कार्यरत रहीं. मीरा कुमार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का बेहद करीबी माना जाता है.