पटना(मसौढ़ी): सौ साल से अधिक उम्र के पूर्व विधायक ने ईटीवी भारत से अपने लंबे राजनीतिक अनुभव को साझा किया है. राजनीति को करीब से देखने वाले रामदेव प्रसाद यादव की बूढ़ी आंखों ने पॉलिटिक्स का स्तर गिरते हुए देखा है. उन्होंने 1977 में जनता पार्टी से चुनाव लड़ा और मसौढ़ी के विधायक बने. रामदेव बताते हैं कि तब चुनाव लड़ने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे. जनता के सहयोग से चंदा करके उन्होने चुनाव लड़ा था.
आज का परिदृश्य बिल्कुल बदल चुका है. चुनाव मे धनबल का ही बोलबाला है, करोड़ों रुपये पानी की तरह खर्च होते हैं. और ईमानदार छवि के लोग चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं. क्योंकि अब का चुनाव पैसे वालों और आपराधिक छवि वाले लोगों का चुनाव बन कर रह गया हैै. चुनाव में धनबल का बोलबाला है- रामदेव प्रसाद यादव