पटनाःमशहूर गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का लंबी बीमारी के बाद पीएमसीएच में निधन हो गया. बिहार के इस महान गणितज्ञ की सिर्फ यादें ही अब बाकी रह गईं हैं. बहुत कम लोग ये जानते हैं कि गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह को बांसुरी बजाने में भी महारत हासिल थी. अपने जीवन के आखरी दौर में उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता आर के सिन्हाको अपनी बांसुरी की धुन सुनाई थी. इसके जरिए उन्होंने अपना दर्द जाहिर किया.
प्रसन्न मुद्रा में वशिष्ठ नारायण सिंह बांसुरी बजाकर खुश हुए थे वशिष्ठ नारायण
बीते 10 अक्टूबर को बीजेपी सांसद आर के सिन्हा वशिष्ठ नारायण सिंह का हाल जानने उनके घर पहुंचे थे. जहां काफी देर तक वशिष्ठ नारायण सिंह से उन्होंने बात की. इस दौरान वशिष्ठ नारायण सिंह ने बांसुरी बजाई. जिस पर ताली बजाकर आर के सिन्हा ने उनका मन बढ़ाया. अपनी बांसुरी सुनाकर वशिष्ठ नारायण सिंह भी काफी खुश हुए थे.
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पद्म सम्मान से देने की हुई थी मांग
वशिष्ठ नारायण सिंह से मुलाकात के बाद आर के सिन्हा ने कहा कि ऐसे महान गणितज्ञ को तो नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए था, वहीं उनके परिजन मुकेश कुमार सिंह ने भी कहा कि हमारी मांग है कि वशिष्ठ नारायण सिंह को अगले साल पद्म सम्मान से सम्मानित किया जाए.
वशिष्ठ नारायण सिंह से मुलाकात करते सांसद आर के सिन्हा आंइस्टीन को दी थी चुनौती
बता दें कि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ने आइंस्टिन के सिद्धांत (E = mc2) और गौस की थ्योरी, जो गणित में रेयरेस्ट जीनियस कहा जाता है, उसको चैलेंज किया था. कहा जाता है कि एक बार जब अपोलो मिशन के समय, डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह नासा में थे. तब अचानक कम्प्यूटर में खराबी आई तो उन्होंने अपनी उंगलियों से ही गिनना शुरू कर दिया और उनकी गिनती सही साबित हुई थी.