पटना: बिहार में शहीद जगदेव प्रसाद को लेकर काफी सियासत होती रही है. मंगलवार 2 फरवरी को उनकी जयंती मनाई गई. जेडीयू कार्यालय में भी जयंती का आयोजन हुआ. इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. हालांकि कोरोना के कारण कोई बड़ा कार्यक्रम तो नहीं हुआ.
इस मौके पर शहीद जगदेव प्रसाद के बिहार में योगदान को याद किया गया. साथ ही उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया.
"शहीद जगदेव प्रसाद हमेशा गरीबों और शोषितों के लिए लड़ाई लड़ते रहे. वो हमेशा समाजवाद के झंडे को बुलंद किए हैं. जगदेव प्रसाद गरीब, शोषित और पिछड़ों के हित के लिए हमेशा लड़े. आज हम सभी उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं "- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जेडीयू
सीएम कर रहे उनके सपने को पूरा
इसके अलावा जेडीयू कार्यालय में जयंती का आयोजन करने वाले आयोजक नंद कुशवाहा ने कहा कि जगदेव प्रसाद का सपना था कि दलित और मजदूर वर्ग को ऊपर उठाना. सीएम नीतीश कुमार शहीद जगदेव प्रसाद के अधूरे सपने को पूरा करने में लगे हैं.
ये भी पढ़ें- मंत्रिमंडल विस्तार से पहले 'लव-कुश' की मुलाकात, बिहार की सियासत में कुछ बड़ा होने वाला है?
जगदेव प्रसाद के नाम पर सियासत
बता दें कि जगदेव प्रसाद इकलौते ऐसे नेता हैं, जिनकी पुलिस की गोली से मौत होने के बाद भी शहीद का दर्जा मिला. जगदेव प्रसाद के नाम पर उनके बेटे नागमणि लंबे समय तक राजनीति करते रहे और अभी कर रहे हैं. नागमणि कभी नीतीश कुमार के भी खासम-खास रहे हैं. हालांकि अभी भी जगदेव प्रसाद के नाम पर सियासत कम नहीं हो रही है.