पटना:प्रदेश सहित पूरे देश भर में आज हरतालिका तीज (Hartalika Teej) मनाया जा रहा है. हरतालिका तीज पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है. इस व्रत को हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल का तीज व्रत अत्यंत खास है. आज के दिन बनने वाला शुभ योग कई सालों के बाद बन रहा है.
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हरतालिका तीज को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि यह योग तकरीबन 14 साल बाद बन रहा है. इस योग को बेहद शुभ माना जाता है और मान्यता है कि इस योग में जो महिलाएं पूजन करेंगी, उनके पति के लंबी उम्र के साथ-साथ सभी तरह के मनोकामना पूर्ण होंगी.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान आचार्य रामा शंकर दुबे ने बताया कि यह पूजा मुक्त माता पार्वती का पूजन है. जिसे लोग हरतालिका तीज व्रत कहते हैं. उन्होंने कहा कि भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को यह व्रत किया जाता है. इस दिन हस्तयुक्त नक्षत्र जब आता है तो काफी शुभ होता है. इस नक्षत्र में महिलाएं पूजा करें, जाप करें और उसके बाद आरती करें, तो अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
वहीं, हरतालिका नाम क्यों पड़ा उसको लेकर आचार्य ने बताया कि माता पार्वती के पिता राजा हिमवान ने माता पार्वती से कहा कि तुम्हारा विवाह विष्णु भगवान से तय कर दिया हूं, इतनी बात सुनकर के माता पार्वती रुष्ट हो गई और व्याकुल होकर अपने साथी के घर चली गई. वहीं माता के सखियों ने कारण पूछा क्यों चिंतित है. उसके बाद सखियों ने माता पार्वती को लेकर एक घने जंगल में जाकर नदी के किनारे पर एक बने कुंद्रा में रहकर भगवान शिव का आराधना करने लगी और भगवान शिव का प्रतिमा बालू की रेत से बनाकर के पूजा अर्चना की.