नई दिल्ली/पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल अपने नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने लगे हैं. दरअसल वैश्विक महामारी काल में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के टलने के कयास लगाए जा रहे थे. वहीं, तमाम अटकलों के बीच अब यह स्पष्ट हो चुका है कि बिहार विधानसभा चुनाव अपने तय समय पर ही संपन्न होंगे.
विधानसभा चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. जुलाई के पहले सप्ताह में सर्वदलीय बैठक बुलाई जा सकती है. इस बीच कोरोना को देखते हुए चुनाव कराना भले ही चुनौती हो, लेकिन राजनीतिक दल भी इसके लिए मानो तैयार हैं.
बिहार दौरे पर मनोज तिवारी
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सह उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी मूलतः बिहार के रहने वाले हैं. वहीं, मनोज तिवारी को बीजेपी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. बता दें कि दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष के कार्यभार से मुक्त होने के बाद पार्टी ने उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी है. इसका एक कारण यह भी माना जा रहा है कि उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक के साथ-साथ बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है.
दिल्ली से जाएंगे दर्जनों नेता!
दिल्ली बीजेपी के पूर्वाचल मोर्चे में अधिकांश नेता बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बिहार विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल मोर्चा के कई चेहरे को चुनाव में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है. बता दें कि सोमवार को पार्टी से अनुमति मिलने के बाद ही दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी पटना पहुंचे.
जहां पर उन्होंने सबसे पहले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों से मुलाकात की. उसके बाद वह बिहटा जाकर लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए सुनील कुमार के परिजनों से मुलाकात की.