पटना: पटना में गुरुवार को भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और एक कार्यकर्ता की मौत के बाद सियासी बवाल मचा है. कार्यकर्ता की मौत को लेकर भाजपा लगातार राज्य सरकार पर हमला कर रही है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित की है. कमेटी ने शनिवार को घायलों से मुलाकात की. कमेटी के सदस्य मनोज तिवारी ने इस घटना को बर्बर करार दिया.
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पुलिस मैनुअल का उल्लंघन: भाजपा सांसद ने कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर स्वतंत्र भारत में इस तरीके से बर्बर लाठी चार्ज नहीं हुआ था. पुलिस मैनुअल का भी उल्लंघन किया गया. राजनीतिक कार्यकर्ताओं से निपटने के तरीके होते हैं, लेकिन सरकार के निर्देश पर पुलिस ने तमाम कायदे कानून को ताक पर रख दिए. भाग रहे लोगों पर भी लाठियां बरसाई गयीं.
"नीतीश और लालू की सरकार ने बिहार में लोकतंत्र की हत्या की है. पुलिस मैनुअल की धज्जियां उड़ाई गई है. जिस तरीके से भाजपा कार्यकर्ता शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे वैसे में पुलिस ने अंधाधुंध लाठीचार्ज किया. ऐसा लगता है कि पुलिस में गुंडों को लगाया गया था."-मनोज तिवारी, भाजपा सांसद
मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाएंगेः भाजपा सांसद ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता की मौत हुई है. शहादत बेकार नहीं जाएगी. जेपी आंदोलन के दौरान जिस तरीके से प्रबल लाठीचार्ज हुआ था वही नजारा देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग अस्पतालों का दौरा किया. घायल कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपी जाएगी. जरूरत पड़ी तो मानवाधिकार आयोग का भी दरवाजा खटखटाएंगे. इस घटना को लेकर न्यायिक जांच की मांग की है.