पटनाःबिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यपकी परेशानी कम नहीं हो रही है. मनीष कश्यप पर बिहार पुलिस ट्विटर हैंडल पर अपनी गिरफ्तारी का गलत पोस्ट (Manishs arrest news is false) करने के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर लिया है. पुलिस ने मनीष कश्यप के खिलाफ 153A(b) /504 / 505(1)(b) /505(1)(c) / 468 /471/ 120B IPC & 66/66(d) /74 IT act 2000 इन धारों में एफआईआर दर्ज किया है. बता दें कि तमिलनाडु में कथित हिंसा मामले में आर्थिक अपराध ईकाई ने मनीष कश्यप पर भ्रामक एवं उन्माद फैलाने वाले वीडियो प्रसारित करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है. मनीष फरार बताया जा रहा है.
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क्या है मामलाः बिहार पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि तमिलनाडु में बिहार के कामकाजी लोगों के लिये असत्य और भ्रामक वीडियो प्रसारित करने के प्रकरण में अभियुक्त मनीष कश्यप के द्वारा नए twitter हैंडल पर अपनी गिरफ्तारी की फोटो पोस्ट की गई जो पूर्णतःअसत्य तथा भ्रामक है. इस भ्रामक पोस्ट के लिए पुनः प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. पुलिस ने बताया कि यह फोटे 5 फरवरी 2019 की है जब उसे पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके द्वारा ट्विटर हैंडल पर किये गये असत्य पोस्ट के विरुद्ध प्राथमिकी अंकित की जा रही है.
क्या है मनीष के ट्विट मेंः बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप के ट्विट को रिट्विट किया है उसमें दिख रहा है कि मनीष को पुलिस गिरफ्तार कर ही है. ट्विट में मनीष ने लिखा है कि, मुझे खुशी है कि मैं अपने बिहार वासियों के लिए जेल जा रहा हूं. कल रात्रि 8 बजे के करीब मुझे गिरफ्तार किया गया. बिहार की जनता देख रही है कैसे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जबरन दबाया जाता है.