पटना:बिहार पुलिस ने तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का फर्जी वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले में यूट्यूबर मनीष कश्यप (youtuber manish kashyap ) के खिलाफ दोनों राज्यों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. लेकिन वो बिहार और तमिलनाडु पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है. दूसरी तरफ IPS आदित्य कुमारभी गायब हैं? जो कानून के रखवाले थे, वही इसकी धज्जी उड़ाकर लापता है. जांच एजेंसी को जगह-जगह खाक छानने के बाद भी आदित्य कुमार का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है. सवल ये है कि पुलिस ढूंढ नहीं पाई या फिर मामला कुछ और है?
ये भी पढ़ें:Tami Nadu Violence: यूट्यूबर मनीष कश्यप व युवराज सिंह के खिलाफ वारंट जारी, कई राज्यों में छापेमारी
कहां गायब हैं IPS आदित्य कुमार? :भ्रष्टाचार के मामले में आईपीएस आदित्य कुमार के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई ने मामला दर्ज किया है और गिरफ्तारी के लिए टीम भी गठित की गई थी. आदित्य कुमार कि अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सके आर्थिक अपराध इकाई के लिए आदित्य कुमार सिरदर्द बने हुए हैं. बता दें कि फरार आदित्य कुमार के ऊपर स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने 5 दिसंबर को ही 1.37 करोड़ का आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था. इसके बाद 7 दिसंबर को पटना, मेरठ और गाजियाबाद के ठिकानों पर SVU की टीम ने छापेमारी की थी. जिसमें भारी मात्रा में कैश और 1.8 करोड़ की प्रॉपर्टी का पता चला था. इस मामले अभी स्पेशल विजिलेंस की टीम ने आगे की जांच और कार्रवाई करने में जुटी है.
सोशल मीडिया में गलत खबर प्रकाशित होने से समाज में पैदा होता है तनावः हालांकि इन दोंनों मामलों पर साइबर एक्सपर्ट अभिनव मानते हैं कि सोशल मीडिया पर गलत खबरें प्रकाशित और प्रसारित की जा रही है जिससे समाज में तनाव पैदा हो रहा है इसके लिए जरूरी है कि केंद्र सरकार कानून बनाए ताकि उस पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सके न्यायिक व्यवस्था में भी बदलाव की जरूरत है जो साइबर क्राइम से जुड़े मामले हो उसके लिए विशेषज्ञ वकील और न्यायाधीश की नियुक्ति होनी चाहिए.
"सोशल मीडिया पर गलत खबरें प्रकाशित और प्रसारित की जा रही है जिससे समाज में तनाव पैदा हो रहा है इसके लिए जरूरी है कि केंद्र सरकार कानून बनाए ताकि उस पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सके" - अभिनव, साइबर एक्सपर्ट