पटना:देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार तेजी से बढ़ रहा है. इससे बिहार अछूता नहीं है. संक्रमण के रफ्तार को देखते हुए बिहार सरकार ने लॉक डाउन किया है. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी राजनीतिक दलों के अंदर बेचैनी है. राज्य में कोरोना संक्रमण और बाढ़ के दोहरे आपदा के बीच महागठबंधन नेताओं की अचानक सक्रियता से एनडीए नेता भी सकते में हैं. खासकर, नेता प्रतिपक्ष लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर सरकार को हर मोर्चे पर घेर रहे हैं.
बिहार इस समय दोहरे संकट से जुझ रहा है. कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए कोरोना टेस्ट की रफ्तार काफी तेज हो गई है. गुरुवार को 24 घंटे के अंदर 60 हजार से अधिक टेस्ट किए गए. दूसरी तरफ उत्तरी बिहार में लगभग सभी नदियों ने तबाही मचा रखी है. इस दौरान एनडीए नेताओं के तुलना में महागठबंधन के नेता अचानक सक्रिय हो गए हैं. चुनावी सरगर्मी को देखते हुए संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच महागठबंधन नेताओं की गतिविधि भी बढ़ गई है.
विपक्ष के निशाने पर डबल इंजन की सरकार
आरजेडी प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी ने बिहार सरकार पर चौतरफा हमला बोला है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों ने कोरोना से जूझ रहे जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री अधिक उम्र के हैं. लेकिन बाकी के मंत्री और एनडीए के नेता जनता के बीच क्यों नहीं जा रहे हैं. वहीं, आरजेडी नेता ने कहा क नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. दूसरी तरफ एनडीए के लोगों को जनता से कोई मतलब नहीं है.